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मामला दर्ज: बहन-भाई को भाइयों ने ही बंधक बनाकर पीटा
- जुआ खेलने के लिए मांगे थे पैसे
- माफी मांगने पर छोड़ा बिल्डर भाई ने
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भाई-बहन के विवाद में पुलिस को फोन करने से बौखलाए तीन भाइयों ने िमलकर अपनी ही बहन और भाई को घर में बंधक बनाया और नकदी व सोने के आभूषण छीन लिए तथा कोरे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर ले लिए। घटित वाकये से पीड़ित भाई-बहन डरे-सहमे हैं। मामला कपिल नगर थाने में दर्ज िकया गया है।
अलमारी तोड़कर पैसे व गहने चुरा लिए
पीड़ित छाया शैलेष शुक्ला (49) और उसका भाई राजेंद्र, कपिल नगर निवासी है। राजेंद्र स्कूल वैन चलाता है और अपने परिवार के साथ रहता है। छाया का बरसों पहले तलाक हुआ। वह मायके में रहती है। 19 जून को छाया का दूसरा भाई नरेंद्र उर्फ गुड्डू ने छाया को 50-60 हजार रुपए मांगे। गुड्डू जुआरी है। पूर्व में उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज है, इसलिए छाया ने उसे पैसे देने से मना किया, तो उसने गाली-गलौज कर छाया को घर से निकल जाने को कहा और मारपीट की। भाई-बहन को लड़ता देख वहा मौजूद राजेंद्र ने हस्तक्षेप कर उन्हें शांत करने का प्रयास किया। इस दौरान मौका देखकर नरेंद्र ने अलमारी तोड़कर से 35 हजार रुपए नकद और 5 तोला सोना चुरा कर ले गया। छाया ने पुलिस नियंत्रण कक्ष में फोन किया।
माफी मांगने पर छोड़ा बिल्डर भाई ने
पुलिस पहुंचने के पूर्व बाजू में ही रहने वाले छाया के अन्य भाई आरटीओ दलाल एवं बिल्डर वीरेंद्र उर्फ पप्पू और इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी महेंद्र उर्फ राजू वहां पर आ धमके। उसके बाद उन्हें थाने ले जाया गया। मामला भाई-बहन से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने असंज्ञेय प्रकरण दर्ज किया और चेतावनी देकर उन्हें छोड़ दिया। घर में पुलिस आने से वीरेंद्र और महेंद्र ने भी नरेंद्र का साथ देते हुए जमकर उपद्रव मचाया। सीसीटीवी कैमरों की तोडफोड़ की। उसके बाद छाया का साथ देने पर राजेंद्र को परिवार सहित घर में ही बंधक बना लिया, जबकि छाया को महेंद्र के घर में ले जाकर बंधक बनाया। करीब दो दिन तक वह भूखी-प्यासी रही।
घर पर किया था कब्जा
इस बीच राजेंद्र ने फोन कर तीनों भाइयों की यह कहकर क्षमा मांगी कि, वह दोबारा छाया का साथ नहीं देगा। इसके लिए उसके कोरे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर ले लिए गए। बाद में छाया ने भी मांगी। दोबारा पुलिस के पास नहीं जाने की शर्त पर उसे भी छोड़ दिया गया। बाद में धक्के मारकर उन्हें घर से निकाल दिया। दोनों दूसरे घर में रहने गए। वहां भी उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। इस बीच पीड़िता सह पुलिस आयुक्त अश्वती दोरजे ने मिली और आप बीती सुनाई। कपिल नगर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। जान खतरा हाेने से उन्होंने सुरक्षा की गुहार लगाई है। इस मामले में अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं है।
Created On :   17 Sept 2023 7:23 PM IST