नागपुर: डोपिंग से खिलाड़ियों के साथ कोच का भी करिअर खत्म

डोपिंग से खिलाड़ियों के साथ कोच का भी करिअर खत्म
कोच का भी करिअर खत्म

डिजिटल डेस्क, नागपुर. विद्यापीठ के खेल विभाग द्वारा आयोजित व्याख्यान में नेशनल एंटीडोपिंग एजेंसी के मुख्य अधिकारी और भारतीय बॉक्सिंग परिषद कौन्सिल मेडिकल कमिशन की अध्यक्ष डॉ. संजोगिता सुदन ने कहा कि, कोई खिलाड़ी डोपिंग में दोषी पाए जाने के बाद सिर्फ उस खिलाड़ी का ही नहीं, कोच का भी करिअर खत्म होता है। इतना ही नहीं, समाज में उनके परिवार की प्रतिष्ठा भी खत्म हो जाती है। रविनगर स्थित विद्यापीठ के खेल विभाग कार्यालय में "डोपिंग के दुष्प्रभाव' विषय पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता डॉ. सुदन बात कर रही थी। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि की रूप में खेल विभाग के संचालक डाॅ. शरद सूर्यवंशी, महाराष्ट्र टेबल टेनिस एसोसिएशन के सचिव एड. डॉ. आशुतोष पोतनीस, एमबीए के अध्यक्ष डॉ. धनंजय वेलूकर, नागपुर जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरुदेव नगराले, खेल और शारीरिक शिक्षा बोर्ड के सदस्य डॉ. नितिन जंगीटवार, खेलो इंडिया विद्यापीठ खेल के समन्वयक डॉ. मनोज आंबटकर, गुलाम नबी आजाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विबेकानंद सिंग, एनडीएए के सहसचिव अर्चना कोट्‌टेवार, एथलेटिक्स प्रशिक्षक जितेंद घोरदडेकर और अन्य पदाधिकारी और खिलाड़ी बड़े पैमाने पर उपस्थित थे।

डॉ. संजोगिता सुदन ने कहा कि डोपिंग का असर खिलाड़ियों के शरीर पर भी बड़े पैमाने पर पड़ता है। किडनी फेल, हार्ट अटैक जैसी दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं। इससे पुरुषों के शरीर के कुछ अंग महिलाओं की तरह विकसित हाेते हैं। वहीं महिलाओों में पुरुषों की तरह दाढ़ी आना और कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इन सबसे दूर रहकर खिलाड़ियों सेे भारतीय अाहार पद्धति का उपयोग करने का आग्रह भी किया।

Created On :   2 Oct 2023 6:23 PM IST

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