कछुआ चाल: सीमेंट मार्ग बनना था 6 माह में अब लग सकता है एक साल, हो रही हैं दुर्घटनाएं

सीमेंट मार्ग बनना था 6 माह में अब लग सकता है एक साल, हो रही हैं दुर्घटनाएं
  • बेसा मार्ग के चारों मार्ग जाम
  • सीमेंट मार्ग 6 माह में बनना था

डिजिटल डेस्क, बेसा. बेसा मार्ग पर शाहू नगर चौक, ओंकार नगर चौक, मानेवाड़ा से दोपहिया तथा भारी वाहनों की आवाजाही अधिक होती है। मानेवाड़ा चौक से बेसा मार्ग पर एक ओर से मार्ग का सीमेंटीकरण किया जा रहा है। ऐसे में पहले से ही संकरा मार्ग होने के कारण शाम के वक्त इस मार्ग पर भारी जाम लग रहा है, जिसके कारण लोगों में रोष है। वाहन चालक एक-दूसरे से भीड़ जाते हैं। पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्य विभाग की लचर कार्यप्रणाली के कारण मार्ग के निर्माण में अधिक समय लग रहा है। जो काम छह माह में होना था उसे अब एक साल लग सकता है।

पीडब्ल्यूडी विभाग के एक अधिकारी के अनुसार मानेवाड़ा से बेसा चौक तक दोनों तरफ के मार्ग का सीमेंटीकरण 6 माह में पूरा होने का दावा किया गया था, लेकिन तीन माह से अधिक का समय बीत गया है। बावजूद इसके अब तक एक तरफ का भी पूरा मार्ग तैयार नहीं हुआ है। ऐसे में संबंधित विभाग की लापरवाही उजागर हो रही है। सीमेंटीकरण का कार्य धीमी गति से होने के कारण वाहन चालकों को आए दिन भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। संबंधित विभाग के अधिकारी फंड नहीं होने और ठेकेदारों के बिल अटके होने की जानकारी दे रहे हैं। ऐसे में संबंधित विभाग की लापरवाही उजागर हो रही है।

सीमेंट मार्ग बनाने में लगेगा वक्त

प्रशांत शंकरपुरे, उपविभागीय अभियंता, पीब्ल्यूडी निर्माण कार्य विभाग के मुताबिक बेसा से मानेवाड़ा मार्ग बनाने में छह माह का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण ठेकेदारों के बिल अटक गए हैं, फंड भी उपलब्ध नहीं है। इसके बावजूद काम बंद न रखते हुए धीमी गति से किया जा रहा है। जैसे ही फंड उपलब्ध होता है, सीमेंटीकरण मार्ग निर्माण कार्य में गति आएगी। फिर भी अगस्त तक बेसा से मानेवाड़ा तक की दोनों तरफ की सड़क बनाई जाएगी।

धीमी गति से बन रही सड़क : पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की माने तो फंड उपलब्ध नहीं होने के कारण और आचार संहिता लगाने के कारण ठेकेदारों के बिल अटके पड़े हैं। इसके बावजूद धीमी गति से सड़क का निर्माण कार्य हो रहा है। जैसे ही फंड आता है, मार्ग के सीमेंटीकरण के कार्य में तेजी आएगी, लेकिन इसका खामियाजा वाहन चालकों को उठाना पड़ रहा है, क्योंकि सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया है। इसके कारण परिसर में धूल उड़ रही है। वाहनों से गिट्टी उछल कर लोगों को लगने वाहन चालक गंभीर रूप से जख्मी हो रहे हैं। जो काम छह माह में होना था उसे अब एक साल लग सकता है। ऐसी स्थिति में वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ेगी। प्रशासन की अव्यवस्था के चलते आम लोग ही पिस रहे हैं। एक ओर से वाहनों की आवाजाही के चलते सुबह से देर रात तक इस मार्ग पर भारी जाम लग रहा हैं। घंटों जाम की स्थिति बनी रहने से वाहन चालकों में आक्रोश व्याप्त है।

Created On :   8 April 2024 3:13 PM GMT

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