सियासती सुविधाएं: पार्टियों में रेवड़ी बांटने की होड़-बेरोजगारी, फसल का सही मूल्य, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से ज्यादा सरोकार नहीं

पार्टियों में रेवड़ी बांटने की होड़-बेरोजगारी, फसल का सही मूल्य, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से ज्यादा सरोकार नहीं
महाराष्ट्र-तेलंगाना बॉर्डर से रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, सुनील हजारी, नागपुर। तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में कई मुद्दे हैं जिसमें बेरोजगारी, किसानों की फसलों के सही मूल्य का मुद्दा, सिंचाई का मुद्दा, सरकार में शामिल लोगों का भ्रष्टाचार आदि। इन सबसे अलग महाराष्ट्र और तेलंगाना बॉर्डर पर स्थित 14 गांवों के मतदाताओं का एक ही मुद्दा है कि, कौन कितना हमको ‘मुफ्त’ में देगा। महाराष्ट्र और तेलंगाना की सीमा में लगे महाराष्ट्र और तेलंगाना बॉर्डर पर स्थिति 14 गांव जिसमें मुकादमगुड़ा, पारंडोली, पारंगडोली (टांडा), कोटा, लेंडीजाडा, महाराजगुड़ा, शंकरलोडी, गौरी, अंतपुर, इंद्रनगर, ईसापुर, नारायणगुडा, बोलापातर और लेंडीगुडा शामिल हैं। यह महाराष्ट्र की जीवती विधानसभा और तेलंगाना की आसिफाबाद विधानसभा में शामिल हैं। यहां के मतदाता दोनों ही राज्यों की विधानसभा में वोट करते हैं। इनकी अबादी करीब 5000 है और इसके वोटर करीब 3000। दो राज्यों में सीमा विवाद का अब तक कोई हल नहीं निकलने के कारण संबंधित गांवों पर दोनों राज्यों का दावा है और दोनों ही राज्य समान रूप से उन्हें अपना मानते हुए सभी सरकारी सुविधाएं और योजनाओं का लाभ देते हैं। दोनों ही सरकारों के बीच संबंधित मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए एक तरह से होड़ लगी रहती है। जिसका फायदा यहां के नागरिकों को होता है। वर्तमान में यहां अधिकांश सुविधाएं मुफ्त ही हैं, इसलिए इस बार तेलंगाना चुनाव में संबंधित मतदाता पार्टियों से और भी मुफ्त सुविधाओं का वादा चाहते हैं, उन्हीं के आधार पर मतदान करेंगे।

तेलंगाना से यह सुविधाएं मुफ्त मिल रही हैं

1. रायथु बंधु : किसानों को प्रतिवर्ष 1 एकड़ पर दस हजार रुपए

2. रायथु बीमा : अगर दुर्घटना में किसान की मौत होती है, तो 5 लाख का बीमा

3. कल्याण लक्ष्मी योजना (शादी मुबारक योजना) : शादी मुबारक योजना में सरकार की ओर से लड़की के परिवार वालों को 1,00016 दिए जाते हैं

4. आसरा पेंशन : आसरा पेंशन के तहत वृद्धा अवस्था में रहने वालों को 2000 रुपए प्रतिमाह दिए जाते हैं

5. विकलांगों को इस योजना के तहत 3000 रुपए प्रतिमाह दिए जाते हैं

6. केसीआर किट योजना : केसीआर किट योजना के तहत अगर लड़का पैदा होता है, तो 6000 और अगर लड़की पैदा होती है, तो 12000 रुपए दिए जाते हैं, और साथ ही जन्म लेने वाले बच्चों को किट भी दी जाती है।


सभी पार्टियों ने की एक से बढ़कर एक मुफ्त योजनाओं के वादे किए

भारत राष्ट्र समिति (केसीआर) : सरकार में वापस आने पर गरीबी रेखा (बीपीएल) से नीचे रहने वाले सभी 93 लाख परिवारों को पांच लाख का जीवन बीमा कवर किया जाएगा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन अगले पांच वर्षों में धीरे-धीरे बढ़ाकर 5,000 प्रतिमाह कर दी जाएगी, जो फिलहाल 2,016 रुपए है, सत्ता में लौटने के बाद पहले वर्ष में इसे बढ़ाकर 3,016 रुपए किया जाएगा, फिर अगले चार वर्षों में 5,000 कर दिया जाएगा, दिव्यांग व्यक्तियों की पेंशन आने वाले पांच वर्षों में मौजूदा 4,016 से बढ़ाकर 6,016 रुपए कर दी जाएगी, ‘रायतू बंधु' योजना के तहत किसानों को प्रतिवर्ष प्रति एकड़ 10,000 मिलते हैं, जिसे अगले पांच वर्षों में धीरे-धीरे बढ़ाकर 16,000 रु प्रतिवर्ष कर दिया जाएगा, पात्र लाभार्थियों’ को 400 में गैस सिलेंडर देगी और शेष राशि राज्य सरकार वहन करेगी, ‘आरोग्य श्री’ स्वास्थ्य योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कवर बढ़ाकर 15 लाख करने का भी वादा किया गया।

कांग्रेस यह सब मुफ्त में देगी : महिलाओं को प्रतिमाह 2,500, 500 रुपए में गैस सिलेंडर, फ्री बस सेवा, किसानों को हर साल 15,000 रुपए, खेतीहर मजदूरों को 12,000, धान पर 500 रुपए प्रति क्विंटल बोनस, 200 यूनिट बिजली फ्री, घर बनाने के लिए 5 लाख की सहायता, तेलंगाना आंदोलन के सेनानियों को 250 वर्ग गज जमीन, वरिष्ठ नागरिकों को 4,000 रुपए पेंशन, 10 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा, छात्रों को पढ़ाई के लिए 5 लाख की मदद, तेलंगाना इंटरनेशनल इंग्लिश स्कूल बनाए जाएंगे।

भाजपा यह सब मुफ्त में देगी : किसानों को मुफ्त बीमा, किसानों को प्रति एकड़ 2,500 रुपए की सहायता शामिल है। किसानों को मुफ्त में देसी गाय, महिला स्वयं सहायता समूहों को 1% ब्याज दर पर ऋण, बेटी के जन्म पर 2 लाख रुपए की फिक्स डिपॉजिट, महिलाओं को प्रतिवर्ष चार मुफ्त घरेलू एलपीजी सिलेंडर और डिग्री एवं प्रोफेशनल कॉलेजों में छात्राओं को मुफ्त लैपटॉप, 5 साल में 2.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी, सरकार बनने पर 7 दिन के अंदर पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करेंगे।


दोनों राज्यों के उम्मीदवारों को करेंगे वोट कहा- सभी आते हैं प्रचार करने

विजय राठौर, पूर्व सरपंच, महाराजगुड़ा के मुताबिक मेरा गांव महाराजगुड़ा तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा में आता है। हम दोंनो जगह ही वोटिंग करते हैं। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी वोटिंग करेंगे। हमारे यहां प्रचार के लिए आए सभी उम्मीदवारों से हमने कहा है कि जो भी हमने अधिक सुविधाएं देगा हम उसके लिए वोट करेंगे।

तेलंगाना के मुद्दे से हमें फर्क नहीं पड़ता

उत्तम मनोहर धुले, रहवासी, मुकादमगुड़ा के मुताबिक तेलंगाना में क्या मुद्दे हैं, उससे हमें फर्क नहीं पड़ता। हमारा एक ही मुद्दा है, अभी जो भी तेलंगाना की योजनाएं चल रही हैं, वह आगे भी चलती रहें और उसमें कौन पार्टी कितना बढ़ाकर फंड देती है हम उससे तय करेंगे कि हमें किसे वोट देना है।

केसीआर से ज्यादा सुविधा देने वाले को वोट करेंगे

वसंत प्रभु पवार, ईसापुर के मुताबिक हम अभी तक केसीआर को वोट करते आए हैं, इस बार दूसरी पार्टियों ने वादा किया है हम उनसे ज्यादा स्कीम देंगे, जिसमें सुविधाओं में फंड भी ज्यादा होगा। इसलिए हम उनको वोट करेंगे। हमें जमीन के पट्टे देने का भी वादा किया है।




Created On :   21 Nov 2023 10:44 AM GMT

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