आंगनवाड़ी सहायकों की पदोन्नति में भ्रष्टाचार

आंगनवाड़ी सहायकों की पदोन्नति में भ्रष्टाचार
  • गैरकानूनी तरीके से नियुक्तियां करने का आंगनवाड़ी महिला कर्मचारी संघ ने लगाया आरोप
  • मनमर्जी से की गई नियुक्ति
  • कक्षा 10वीं अनुत्तीर्ण हैं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महिला व बाल विकास विभाग अंतर्गत बाल विकास प्रकल्प शहर-1 मानव नगर कार्यालय में आंगनवाड़ी सहायकों की पदोन्नति में भ्रष्टाचार का आंगनवाड़ी महिला कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने पत्र परिषद में आरोप लगाया है। संघ के संयोजक दिलीप पाटील ने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों ने प्रकल्प की 25 सहायक कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित रखकर कनिष्ठ तथा अपात्रों को पदोन्नति दी है।

भ्रष्टाचार का सिलसिला गत 10 वर्ष से चला आ रहा है। मानव नगर प्रकल्प के कार्यक्षेत्र में 213 आंगनवाड़ियां हैं। उनमें से 140 आंगनवाड़ियों में सहायकों के पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं। 12 वर्षों से 73 पद रिक्त हैं। आंगनवाड़ी सेविका 201 कार्यरत हैं। 3 वर्ष से 12 पद रिक्त हैं। नियम के अनुसार सेविका के िरक्त पद पर पात्र प्रकल्प अंतर्गत सहायकों को पदोन्नति मिलनी चाहिए। वरिष्ठ सहायकों को पदोन्नति से वंचित रखकर अपनी मर्जी के लोगों को सेविका के रिक्त पदों पर नियुक्त किया गया है। साल 2017 से 2021 के दरमियान 56 सहायकों को पदोन्नति दी गई। उनमें से 28 का वरीयता सूची में नाम नहीं है। 8 वरिष्ठ सहायकों को पदोन्नति दी गई। 12 सहायक वरीयता सूची में काफी पीछे हैं।

खास बात है कि 8 सहायक 10वीं कक्षा अनुत्तीर्ण हैं, जबकि सहायक से आंगनवाड़ी सेविका पद पर पदोन्नति के लिए 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होने की शर्त है। पदोन्नति में बरती गई ढेर सारी अनियमितता की जांच करने पर भ्रष्टाचार सामने आने का संघ के पदाधिकारियों ने दावा किया है। अपात्र सहायकों को दी गई पदोन्नति रद्द कर भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है। पत्र परिषद में संघ की अध्यक्षत सुहास तिवारी, सचिव ज्योति जनबंधु, कार्याध्यक्ष वृषाली बागड़े, उपाध्यक्ष सुकेशिनी रंगारी, सुजाता टेंभुर्णे, अनिता शाहू, मधुकर पाटील अादि उपस्थित थे।

Created On :   23 July 2023 5:53 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story