नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों डकारे, ठगबाज तिवारी का 3 अगस्त तक पुलिस रिमांड

नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों डकारे, ठगबाज तिवारी का 3 अगस्त तक पुलिस रिमांड
  • मेडिकल चौक में खोला था मैरिज ब्यूरो कार्यालय
  • 3 अगस्त तक पुलिस रिमांड
  • नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों डकारे

डिजिटल डेस्क, नागपुर. रेलवे, वेकोलि, एसबीआई सहित अन्य शासकीय विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर कई युवाओं से करोड़ों की ठगी करनेवाले ठगबाज राजेंद्र तिवारी को रविवार को अजनी पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया। न्यायालय ने उसे 3 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है।

ऐसे फल-फूल रहा था ठगी करने का गोरखधंधा

आरोपी राजेंद्र तिवारी के चेहरे पर अपनी करतूतों की जरा शिकन तक नहीं है। इस आरोपी ने मेडिकल चौक में सबसे पहले मैरिज ब्यूरो कार्यालय शुरू किया था। सूत्र बताते हैं कि इस कार्यालय की आड़ में उसने कई ठगी के मामले को अंजाम दिया। उसके बाद वह नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने लगा। इसके बाद वह मेडिकल चौक में मैरिज ब्यूरो का कार्यालय बंद कर दिया। वह अपने कार्यालय कोलकाता में खोला जहां पर वह रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर उम्मीदवारों को बुलाता था और उनकी वैद्यकीय जांच से लेकर तमाम हथकंडे अपनाकर पैसे ऐंठता था। एक दौर वह भी था जब राजेंद्र तिवारी हर दो बाद विमान से कोलकाता आना जाना शुरू कर दिया था। इसके लिए उसने खुद का विमान बुकिंग कार्यालय भी नागपुर में शुरू कर दिया था। वह अपनी ही टिकिटें बुक कराता था।

कई राज्यों में एजेंट नियुक्त

सूत्रों के अनुसार राजेंद्र तिवारी ने कई राज्यों में एजेंट नियुक्त कर रखे थे। यह एजेंट का काम केवल उम्मीदवार को तिवारी तक पहुंचाना था। तिवारी इसके बदले में उन्हें कमीशन दिया करता था। राजस्थान, चंडीगढ, हरियाणा, कर्नाटक तक तिवारी ने नेटवर्क फैला रखा था। तिवारी चकमा देने में माहिर था, यही कारण है कि इस आरोपी को पकडने में पुलिस को काफी समय लग गया। चौंकानेवाली बात तो यह है कि आरोपी तिवारी की सेटिंग इतनी जोरदार थी कि ऑनलाइन परीक्षा के बाद मेडिकल जांच किसी निजी अस्पताल में नहीं बल्कि कोलकाता के रेलवे के ही अस्पताल में होती थी, इससे यह भी बात साफ है कि तिवारी का कोलकाता के रेलवे अस्पताल में नेटवर्क था। परतवाडा के एक युवक ने रेलवे में अधिकारी बनने के लिए तिवारी को करीब 50 लाख रुपए रिश्तेदारों से उधार लेकर दिया था। नौकरी नहीं मिलने पर रिश्ता टूट गया। काटोल की एक युवती को 10 लाख लेकर नौकरी नहीं दिलाई। आरोपी राजेंद्र तिवारी और उसके साथियों ने कई बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की। इनके कुछ साथी जेल में बंद है तो कुछ जमानत पर छूटे हैं।

Created On :   31 July 2023 7:30 PM IST

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