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मूल कार्यस्थल पर की जा रही डॉक्टरों की रवानगी, प्रतिनियुक्ति के आदेश रद्द रिक्त पदों पर होंगी भर्तियां
- शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय
- प्रतिनियुक्तियां करने का आदेश रद्द
डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रतिनियुक्तियां करने का आदेश रद्द किया गया है, इसलिए अब महाविद्यालयों के रिक्त पदों पर जल्दी ही भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाने की उम्मीद है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की जांच में वर्षों से डॉक्टरों की प्रतिनियुक्तियां दिखाई जा रही थीं। इस कारण रिक्त पदों की भर्तियाें की प्रक्रिया पूरी करने में उलझन पैदा होती थी। एनएमसी के सूचनानुसार राज्य के चिकित्सा शिक्षा व संशोधन विभाग ने प्रतिनियुक्ति के आदेश रद्द कर दिए हैं।
भर्ती प्रक्रिया में आ रही थीं उलझनें : प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में वर्षों से रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करने में उलझनें बढ़ चुकी थीं। इसका कारण यह था कि रिक्त पदाें की जानकारी देने प्रतिनियुक्तयां दिखाकर खानापूर्ति की जाती थी। एनएमसी ने इस विषय की जांच की थी। इस जांच में पता चला कि वर्षों से प्रतिनियुक्तियां दिखाने का खेल चल रहा है, जिसके कारण डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करने में समस्याएं आ रही थीं, जबकि हर शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कर्मचारियों व डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। इसके बाद आयोग ने राज्य के चिकित्सा शिक्षा व संशोधन संचालनालय को सूचित कर प्रतिनियुक्ति के आदेश रद्द करने को कहा है। इसके बाद राज्य स्तर पर प्रतिनियुक्तियों के आदेश रद्द किए गए हैं।
शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा प्रभावित
जून 2022 में आयोग ने यवतमाल, गोंदिया व चंद्रपुर समेत अन्य शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की जांच की थी। उस समय नागपुर के मेडिकल कॉलेज के 85 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्त कर दूसरे स्थानों पर सेवा लेने का खुलासा हुआ था। मार्च 2023 में परभणी के चिकित्सा महाविद्यालय की जांच में लातुुर, नांदेड़, अकोला, अंबाजाेगाई, कोल्हापुर, सोलापुर व औरंगाबाद के 35 प्राध्यापक, सहयोगी प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने का खुलासा हुआ। प्रतिनियुक्ति के चक्कर में विद्यार्थियों के साथ मरीजों की सेवा पर विपरीत असर होने का पता चला था। अंतत: आयाेग की जांच के बाद चिकित्सा शिक्षा व संशोधन संचालनालय ने 4 जून को प्रतिनियुक्ति के आदेश रद्द कर दिए। इसके बाद प्रतिनियुक्तियों पर सेवा देने वाले डॉक्टरों को उनके मूल स्थान पर वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी की जाने लगी है। राज्य के 22 सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की 946 मंजूर पदों में से 586 पद रिक्त हैं। यह पद जल्द भरे जाने की उम्मीद है।
Created On :   14 July 2023 7:37 PM IST