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नागपुर: फडणवीस ने माना - सफाई नहीं होने से नाग नदी ने मचाई तबाही
- सब जानते हैं, तो फिर जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं
- सफाई नहीं होने से नाग नदी ने मचाई तबाही
डिजिटल डेस्क, नागपुर. बारिश के दौरान नाले का पानी बहते समय कोई रुकावट न हो, इसलिए मनपा की तरफ से हर साल मानसून के पहले नाला सफाई अभियान चलाया जाता है। नाग नदी की सफाई पर लाखों रुपए की निधि खर्च की जाती है। सफाई अभियान के दौरान नाले मेें जमा गारा व कचरा निकालकर उसे गहरा किया जाता है। शुक्रवार आधी रात के बाद हुई बारिश ने नाला सफाई अभियान की पोल खोल दी। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को प्रभावित इलाकों (दक्षिण-पश्चिम) का दौरा करने के बाद माना कि नाग नदी का पात्र छोटा पड़ गया। इससे मनपा द्वारा किए गए नाला सफाई पर सवाल उठ रहे हैं।
लाखों लोग रहते हैं किनारे : शहर में नाग नदी जहां-जहां से गुजरती है, उसके समीप रिहायशी इलाके हैं। शहर में लाखों लोग नाग नदी से सटकर रहते हैं। ऐसे में नाग नदी की सफाई में किसी तरह की कोताही खतरे से खाली नहीं है। बाढ़ का पानी नाग नदी में सीधे प्रवाहित नहीं हुआ। पानी रुकने से सड़क पर आया आैर सड़क से पानी लोगों के घरों में घुसकर तबाही मचा दी। नाग नदी के लिए मानसून पूर्व चलाए गए सफाई अभियान पर सवाल उठ रहे हैं। बाढ़ के कारण लगभग दस हजार मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घरों में पानी घुसने से घरेलू सामान और अनाज नष्ट हुआ। अनेक घरों में कीचड़ भर गया है, जिसे निकालने में प्रशासन मदद कर रहा है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
संभलने का मौका नहीं मिला : नाग नदी का पात्र छोटा होने से पानी बहकर नदी से सड़क पर आकर लोगों के घरों में घुसा। पानी का बहाव इतना तेज था कि लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। एक घंटे में ही 109 मिमी बारिश हुई। पीड़ितों ने उपमुख्यमंत्री को बाढ़ की विभीषिका की जानकारी दी। खाद्यान्न व जरूरी सामान खराब हो गया। क्षतिग्रस्त लगभग दस हजार मकानों को मदद का भरोसा उपमुख्यमंत्री ने दिया। नाग नदी का पानी बीच में न रुके आैर भविष्य ऐसी ऐसी घटना दोबारा नहीं हो तथा पानी का बहाव कहीं भी न रुके, इसके लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश प्रशासन को दिए।
पंचनामे का काम शुरू : नाग नदी में आई बाढ़ से जिन दस हजार मकानों का नुकसान हुआ है, प्रशासन की ओर से उनका पंचनामा तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने रविवार को अंबाझरी तालाब, नाग नदी के अलावा कारपोरेशन कॉलोनी, डागा ले-आउट, शंकर नगर का दौरा कर पीड़ितों का दर्द सुना आैर प्रशासन को तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए।
बांटी जा रहीं क्लोरीन की गोलियां : बाढ़ के बाद प्रभावित क्षेत्रों में कोई बीमारी न फैले, इसे लेकर भी प्रशासन गंभीर है। स्वास्थ्य की दृष्टि से सभी को क्लोरीन की गोलियां दी जा रही हैं। उपमुख्यंत्री के दौरे में पूर्व महापौर संदीप जोशी, मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, जिलाधीश डॉ. विपिन इटनकर व मनपा आैर जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।
Created On :   25 Sept 2023 5:45 PM IST