शताब्दी चौक के लिए फंड उपलब्ध, काम में विलंब

शताब्दी चौक के लिए फंड उपलब्ध, काम में विलंब
  • शहर के प्रमुख ब्लैक स्पॉट में है शामिल
  • निविदा लेने में ठेकेदारों ने नहीं ली रुचि

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शताब्दी चौक शहर का एक प्रमुख ब्लैक स्पॉट है, जहां अक्सर दुर्घटना होती रहती है। दिल्ली की ट्रैक्स एस. सोसाइटी, सड़क सुरक्षा समिति व प्रादेशिक परिवहन विभाग के विशेषज्ञों की टीम द्वारा सर्वेक्षण कर इस चौक का नया डिजाइन तैयार किया गया। इसे साकार करने के लिए करीब 3.37 करोड़ रुपए की जरूरत है, जिसमें 1.30 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन इस रकम का अब तक उपयोग नहीं किया जा सका है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तैयार किए गए शताब्दी चौक के नए डिजाइन से दुर्घटना की रोकथाम में सफलता मिलने पर इसी तर्ज पर संतरानगरी सहित देशभर में दुर्घटना संभावित स्थलों व प्रमुख मार्गों व चौराहों पर ट्रैफिक नियोजन कर दुर्घटनाओं पर नियंत्रण स्थापित किया जाएगा।

निविदा लेने में ठेकेदारों ने नहीं ली रुचि : शताब्दी चौक में आवश्यक फेरबदल व सुधार करने के लिए अप्रैल-2023 में निविदा आमंत्रित की गई थी, लेकिन ठेकेदारों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने दावा किया था कि मई-जून में शताब्दी चौक पर सुधार कार्य शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन अब तक यह कार्य शुरू नहीं हुआ है। इस बीच करीब 5 बार लोक निर्माण व संबंधित विभाग के अधिकारी मौका मुआयना कर चुके हैं।

2.07 करोड़ चाहिए

डॉ चंद्रशेखर मोहिते, सदस्य, सांसद सड़क सुरक्षा समिति के मुताबिक शताब्दी चौक में सुधार के लिए 1.30 करोड़ खर्च से प्रारंभिक विकास कार्यों को मंजूरी दी गई है। लोक निर्माण विभाग द्वारा इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर सुधार कार्य शुरू किया जाएगा। इस चौक में कुछ महत्वपूर्ण विकास कार्यों के लिए अभी 2.07 करोड़ की आवश्यकता है। प्रस्ताव मंजूर किया गया है। चौक का निरीक्षण किया जा चुका है।|

सभी ब्लैक स्पॉट खत्म करने की योजना

शहर के सभी ब्लैक स्पॉट को समाप्त करने की योजना है। शताब्दी चौक पर दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए चौक से सीधे जाने वाले वाहन, दांए-बाएं मुड़ने वाले वाहन, यात्रियों को लेने-उतारने वाली बसों की स्थिति, ऑटोरिक्शा पार्किंग व्यवस्था, फुटपाथ आदि में सुधार की आवश्यकता जताई गई है। इसके अलावा चौक से गुजरने वाले भारी वाहनों के यू-टर्न लेने के लिए पर्याप्त जगह की व्यवस्था करने, बस्ती से मुख्य मार्ग पर आने वाले वाहनों की गति पर नियंत्रण के उपाय, ऑटोरिक्शा चालकों की आपाधापी खत्म कर आटो पार्किंग व्यवस्था का सटीक नियोजन करने, डिवायडर की लंबाई में इजाफा करने आदि की सलाह भी दी गई है।

Created On :   13 Aug 2023 5:49 PM IST

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