ठंडे बस्ते में खापरखेड़ा राख बांध की फाइल

ठंडे बस्ते में खापरखेड़ा राख बांध की फाइल
  • राजनीतिक दबाव की चर्चा
  • ठंडे बस्ते में खापरखेड़ा राख बांध की फाइल

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महानिर्मिति के खापरखेड़ा स्थित राख बांध फूटने का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। राख बांध फूटने के बाद महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) नागपुर ने मौके पर जाकर मुआयना किया और अपनी विस्तृत रिपोर्ट एमपीसीबी मुख्यालय मुंबई भेजी। एमपीसीबी नागपुर ने महानिर्मिति को शो कॉज नोटिस दिया था। उसके बाद इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

राजनीतिक दबाव की चर्चा : एमपीसीबी नागपुर ने मौके के मुआयना करने के बाद जो रिपोर्ट तैयार की, उसमें राख बांध की सुरक्षा से लेकर राख बांध के लिए जरूरी नियम-शर्तों का उल्लंघन होने का उल्लेख किया है। राख बांध की सुरक्षा दीवार क्रैक होने से लेकर इसकी मजबूती पर भी सवाल उठाए थे। इसी तरह राख बांध में जमा पानी की उचित निकासी नहीं होने के साथ ही राख के विसर्जन को लेकर भी पुख्ता इंतजाम नहीं होने की बात कही थी। बारिश का पानी जमा होने पर जो प्रेशर तैयार होता है, उसे मेंटेन करने के लिए जो जरूरी उपाय होते है, उसकी भी कमी जांच में पाई गई थी। एमपीसीबी नागपुर के निर्देश के बाद महानिर्मिति ने बांध की सुरक्षा दीवार की दरारें भरने के साथ ही सुरक्षा दीवार को मजबूत किया था। इसी तरह पानी व राख की निकासी के लिए उचित व्यवस्था की थी। बारिश के पानी से बनने वाले प्रेशर को कम करने के लिए जरूरी उपाय करने का दावा महानिर्मिति की तरफ से किया गया था। राजनीतिक दबाव के कारण सख्त कार्रवाई नहीं होने की चर्चा है।

तो होती बैंक गारंटी जब्त : नागपुर से मुंबई मुख्यालय रिपोर्ट भेजी गई, लेकिन मुख्यालय से अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। आगे की कार्रवाई बैंक गारंटी जब्त करना हाेता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। बैंक गारंटी जब्त करने का आदेश एमपीसीबी मुख्यालय जारी करता है। एमपीसीबी नागपुर के सूत्रों ने बताया कि आगे की कार्रवाई करने का अधिकार मुख्यालय को है और मुख्यालय से जो आदेश आएगा उस पर अमल किया जाएगा।

Created On :   13 Aug 2023 5:11 PM IST

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