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सरकार काे चेतावनी: ओबीसी में मराठा आरक्षण बर्दाश्त नहीं
- मामले को गंभीरता से नहीं लिया
- तो समाज उग्र हो सकता है
डिजिटल डेस्क, नागपुर. सर्वशाखीय कुणबी ओबीसी कृति समिति व राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ की ओर से मराठा समाज को कुणबी समाज का आरक्षण देने के निर्णय के विरोध में संविधान चौक पर आंदोलन हुआ। विरोध प्रदर्शन में शामिल ओबीसी के नेताओं ने ओबीसी आरक्षण में मराठा आरक्षण बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार, पूर्व मंत्री नितीन राऊत, पूर्व विधायक डॉ. आशीष देशमुख, पूर्व विधायक सुधाकर कोहले, दीनानाथ पडोले, परिणय फुके ने संविधान चौक पहुंचकर आंदोलन स्थल को भेंट दी और आंदोलनकारियों से चर्चा की। आंदोलनकारियों ने मराठा समाज द्वारा ओबीसी समुदाय में घुसपैठ पर अपना गुस्सा जाहिर किया। सरकार ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, तो ओबीसी समाज उग्र हो सकता है। विदर्भ में 60 फीसदी ओबीसी समाज अपने अस्तित्व के साथ है। संताजी नवयुवक मंडल की ओर से सुभाष घाटे ने कहा कि, 12 सितंबर से तेली समाज भाग लेगा। राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के विदर्भ कार्याध्यक्ष शकील पटेल ने कहा कि, मुस्लिमों में 60 फीसदी एबीसी हैं। मुस्लिमों का भी समर्थन जाहिर किया। कास्ट्राइब संगठन के अरुण गाडे ने भी आंदोलन को समर्थन जाहिर किया। ओबीसी नेताओं ने कहा कि, सरकार मराठा समाज को गुमराह कर रही है। विरोध प्रदर्शन के लिए गठित एक्शन कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम शहाणे पाटिल, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष डॉ. बबनराव तायवाड़े, गुणेश्वर अरीकर, राजेश काकड़े, रमेश चोपड़े, जानराव केदार, प्रह्लाद पडोले, अवंतिका लेकुरवाले, बाबा तुमसरे, सुरेश गुड़धे पाटिल, राजेंद्र कोरडे, सुरेश वर्षे, राजेश काकड़े, राज तिजारे, बाला शिंगणे, मिलिंद राऊत, राजेश चुटे, सुरेश कोंगे, सुषमा भड़, अरुण वराड़े, डॉ राजेश ठाकरे, विवेक देशमुख आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।
मराठा को न मिले ओबीसी कोटे का आरक्षण : देशमुख
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आशीष देशमुख ने कहा है कि, मराठा को ओबीसी कोटे का आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। मराठा को ईडब्ल्यूएस कोटे से आरक्षण दिया जाए। रविवार को कुणबी ओबीसी समाज के आंदोलन के समर्थन में देशमुख बोल रहे थे। उन्होंने कहा- मराठा आरक्षण की मांग उठती रही है। शरद पवार से लेकर पृथ्वीराज चव्हाण तक किसी भी मुख्यमंत्री ने मराठा को आरक्षण नहीं दिलाया। देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री रहते हुए मराठा आरक्षण दिलाया था, लेकिन उच्चतम न्यायालय में मराठा आरक्षण को खारिज कर दिया गया। मराठा की आर्थिक, सामाजिक स्थिति को देखते हुए न्यायालय ने आरक्षण खारिज किया गया है। ऐसे में मराठा को ओबीसी कोटे का आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। देशमुख ने कहा कि, ओबीसी आंदोलन को लेकर विरोधक राजनीति न करें। ओबीसी आरक्षण का कोटा कायम रखने की मांग के साथ किए जा रहे आंदोलन को सर्वदलीय व सर्वशाखीय समर्थन है। सरकार को ओबीसी की मांग से अवगत कराने के लिए आंदोलन किया जा रहा है। संचालन ऋषभ राऊत ने किया। आंदोलन की सफलता के लिए विभिन्न ओबीसी जातियों के युवा, महिलाएं एवं पदाधिकारियोें के साथ विनोद हजारे, नीलेश कोढे, रितेश कढव, शुभम वाघमारे, पराग वाघमारे ने प्रयास किए।
Created On :   11 Sept 2023 8:12 PM IST