जांच समिति गठित: मेडिकल में हंगामा - महिला और नवजात शिशु की मौत

मेडिकल में हंगामा - महिला और नवजात शिशु की मौत
  • महिला ने रात को एक शिशु को जन्म दिया
  • महिला और नवजात शिशु की मौत
  • पहले मां ने, फिर शिशु ने दम तोड़ा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में एक महिला ने रात को एक शिशु को जन्म दिया। रात में ही महिला की मौत हो गई। शिशु को अतिदक्षता विभाग में रखा गया। उसका उपचार शुरू था। सुबह नवजात की भी मृत्यु हो गई। इस घटना से नाराज रिश्तेदारों ने अतिदक्षता विभाग में घुसकर हंगामा किया। घटना की जानकारी मेडिकल प्रशासन को मिलते ही वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।

पहले मां ने, फिर शिशु ने दम तोड़ा : जानकारी के अनुसार भंडारा जिले के लाखनी निवासी शिवानी नेवारे को 12 अक्टूबर को मेडिकल में भर्ती किया गया। प्रसूति के दिन पूरे होने से पहले ही उसने शिशु को जन्म दिया। परिजन जब उसे अस्पताल लेकर आए, तभी से ही उसकी हालत गंभीर थी। प्रसूति के बाद उसे अतिदक्षता विभाग में रखा गया था। नवजात का वजन कम हाेने से उसे बालरोग अतिदक्षता विभाग वार्ड क्र.-50 में रखा गया था। 15 अक्टूबर की रात शिवानी की मृत्यु हुई। 16 अक्टूबर को सुबह नवजात की भी मृत्यु हो गई।

हंगामा देख मरीजों के परिजन पहुंचे बीच-बचाव करने : दोनों की मृत्यु से रिश्तेदार नाराज हो गए और सोमवार को दोपहर में 6-7 रिश्तेदार बालरोग अतिदक्षता विभाग में घुसे और हंगामा करने लगे। उस समय कोई सुरक्षा रक्षक तैनात नहीं था। डॉक्टर व परिचारिकाएं घबरा गईं। उन्होंने इसकी जानकारी मेडिकल प्रशासन को दी। इस दौरान दूसरे मरीजों के परिजन व रिश्तेदार बीच-बचाव करने पहुंचे। मेडिकल प्रशासन ने जानकारी मिलते ही तुरंत सुरक्षा रक्षकों को भेजा।

जांच समिति गठित : सूत्रों ने बताया कि, इस मामले मंे जांच समिति गठित की गई है। जांच के बाद घटना का पूरा ब्योरा सामने आएगा। सूत्रों के अनुसार मेडिकल के वार्ड क्र.-50 बालरोग अतिदक्षता विभाग कोरोना के बाद से पीआईसीयू व एनआईसीयू में विभाजित किया गया है। 20-20 बिस्तरों के इस विभाग में सुरक्षा रक्षक नहीं होने से कोई भी आसानी से विभाग में आना-जाना करता है। एक ही द्वार होने से बचने के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसा यहां के डॉक्टरों व परिचारिकाआंें ने बताया।

Created On :   18 Oct 2023 6:27 PM IST

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