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Nagpur News: नितीन गडकरी ने कहा-नागपुर में देश के एविएशन क्षेत्र का केंद्र बनने की क्षमता

- विकसित भारत में उड्डयन क्षेत्र की भूमिका विषय पर आयोजित परिसंवाद
- उपराजधानी में एविएशन क्षेत्र का केंद्र बनने की क्षमता
Nagpur News. देश के मध्य में स्थित नागपुर में एविएशन क्षेत्र का केंद्र बनने की अपार क्षमता है। हवाई यातायात क्षेत्र में सुरक्षा के साथ कोई समझौता किए बिना, जिम्मेदारी से काम करते हुए इस क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास करें। यह अपील शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने नागपुर में की। वे "विकसित भारत में उड्डयन क्षेत्र की भूमिका' विषय पर आयोजित परिसंवाद को संबोधित कर रहे थे। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर गिल्ड ऑफ इंडिया की ओर से 4 से 6 अक्टूबर तक आयोजित इस परिषद में केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया तथा विभिन्न निजी कंपनियों के विमान यातायात क्षेत्र के हितधारक उपस्थित थे। कार्यक्रम में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के महाव्यवस्थापक योगीराज सोरते, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर गिल्ड ऑफ इंडिया के महासचिव आलोक यादव प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
देश में विमानतल 150
भारतीय विमान उड्डयन क्षेत्र की प्रगति पर गडकरी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश में विमानतलों की संख्या 75 से बढ़कर 150 हो गई है और हवाई उड्डयन क्षेत्र में असंख्य संभावनाएं हैं। देहरादून से दिल्ली के स्पाइस जेट विमान यात्रा में बायो एविएशन फ्यूल का उपयोग किया गया। देश के किसान अब पराली, राइस हस्क से बायो एविएशन ईंधन तैयार कर सकते हैं। उन्होंने एम्फीबियन सी-प्लेन यानी जमीन और पानी दोनों पर चलने वाले उभयचर विमान की आवश्यकता पर जोर दिया, जो जल और वायुमार्ग से यात्री यातयात को किफायती और तेज बनाने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए दिशा-निर्देश और मार्गदर्शक सिद्धांत उड्डयन क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए जाने चाहिए। हवाई वाहतूक क्षेत्र में अद्यतन तकनीक का समावेश तथा यात्री यातायात राजस्व बढ़ाने के लिए नई योजनाओं पर हितधारकों को गहन विचार करना चाहिए।
ट्रैफिक कंट्रोलर अहम
नागपुर देश के केंद्र में स्थित है और पूरे एयर ट्रैफिक कंट्रोल का नियंत्रण केंद्र बन सकता है। उन्होंने वैश्विक मानकों के अनुसार तकनीक और नियमों के उन्नयन पर जोर दिया। एयर ट्रैफिक कंट्रोलरों की भूमिका विकसित भारत के सपने में महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनका कार्य जोखिम भरा है और एविएशन क्षेत्र को सुरक्षित बनाता है। हाल के वर्षों में क्षेत्र में 22% की वृद्धि हुई है।
विचार-विमर्श होगा
इस दो दिवसीय परिषद के दौरान एयर ट्रैफिक कंट्रोलर गिल्ड ऑफ इंडिया की सर्वसाधारण सभा भी आयोजित की गई, जिसमें एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की सुरक्षित हवाई यात्रा और भारत के हवाई उड्डयन क्षेत्र के विकास की गाथा पर विचार-विमर्श होगा।
Created On :   5 Oct 2025 6:12 PM IST