- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- चुनावी पिच तैयार - राज्य निर्वाचन...
Nagpur News: चुनावी पिच तैयार - राज्य निर्वाचन आयोग की हरी झंडी, किसी की आपत्ति मान्य, तो कोई नाराज

- 6 प्रभागों में आंशिक बदलाव
- अंतिम प्रभाग रचना पर मुहर
- सीमांकन में खामी का आरोप
Nagpur News. राज्य निर्वाचन आयोग से महानगरपालिका के आगामी चुनावों के लिए अंतिम प्रभाग रचना को औपचारिक रूप से मंजूरी मिल गई। शनिवार को महानगरपालिका प्रशासन ने आधिकारिक वेबसाइट और मुख्यालय परिसर में 38 प्रभाग रचना की अधिसूचना प्रकाशित कर दी है। प्रकाशित प्रभाग रचना के साथ प्रभाग के मानचित्र को भी जोड़ा गया है।
बदलाव इस प्रकार हैं
- अंतिम प्रभाग रचना में 6 प्रभागों में आंशिक बदलाव किए गए हैं।
- प्रभाग क्रमांक 6 में अशोक नगर का हिस्सा प्रभाग 7 में शामिल किया गया है।
- प्रभाग 7 में मठ मोहल्ला का भाग प्रभाग 9 में शामिल किया गया है।
- प्रभाग 19 के हंसापुरी का कुछ हिस्सा प्रभाग 8 में समाविष्ट किया गया है।
- प्रभाग 28 की पूर्व-दक्षिण की सीमा का कुछ हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र में दिखाया गया था, उसमें सुधार किया गया है।
इन बदलावों के कारण प्रभागों की जनसंख्या में न्यूनतम और अधिकतम संतुलित रखने का प्रयास किया गया है।
इसे ऐसे समझें - प्रभाग क्रमांक 6, 7 और 9 में छोटे अंदरूनी रास्ते को चिन्हित कर प्रभाग का बंटवारा किया गया था। ऐसे में आपत्ति आने के बाद प्रशासन ने इंदोरा से जरीपटका तक के सीमेंट रोड को मान्य कर आईटीआई के समीप के इलाकों को सीधा किया है। वहीं, मोमिनपुरा परिसर में प्रभाग 8 और 19 में भी छोटे रास्तों के परिसीमन को बदलकर अब नालसाब चौक से शारदा चौक तक के सीमेंट रास्ते को चिन्हित कर बदलाव किया गया है। प्रभाग 28 में पूर्व स्थायी समिति सभापति विजय उर्फ पिंटू झलके की आपत्ति को मान्य कर ग्रामीण इलाकों को हटाया गया है। राकां नेता दुनेश्वर पेठे और भाजपा के पूर्व शहराध्यक्ष बंटी कुकड़े के आपत्ति को मान्य नहीं किया गया।
सीमांकन में खामी का आरोप
महानगरपालिका प्रशासन से अंतिम प्रभाग रचना को दोषपूर्ण बताते हुए एनसीपी (एकीकृत) के पूर्व नगरसेवक और राकंा (शरद पवार) गुट के शहराध्यक्ष दुनेश्वर पेठे ने असंतोष जताया है। प्रस्तावित सीमाकंन को लेकर 28 अगस्त को आपत्ति दर्ज कराते हुए पेठे ने आरोप लगाया था कि मनपा ने परिसीमन में मनमाने ढंग से प्राकृतिक और सामाजिक सीमाओं में बदलाव किया है। इतना ही नहीं, लकड़गंज क्षेत्र के अनेक इलाकों को बगैर किसी चर्चा के नेहरू नगर जोन में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके साथ ही क्षेत्रों की दो से तीन बस्तियों को भी मिला दिया गया है। पिछले मर्तबा दोषपूर्ण सीमांकन के चलते 5 साल तक नागरिकों को अनेक परेशानी झेलनी पड़ी थी। इस मर्तबा गलती को सुधारने की बजाय प्रशासन ने किसी विशेष दल का एजेंडा पूरा किया है।
पूरी तरह तैयार - प्रभाग रचना प्रक्रिया के पूरा होने के बाद प्रभागों में मतदाता सूची के अनुरूप बूथ संरचना की जाएगी। मतदाताओं की सुविधा के लिहाज से मतदान केंद्रों को निर्धारित किया जाएगा। प्रभाग के अनुरूप जातिगत आरक्षण के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं के लिए सीटों का निर्धारण होगा। राज्य निर्वाचन आयोग से चुनाव की घोषणा होने पर आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
हाई कोर्ट में देंगे चुनौती
दुनेश्वर पेठे, पूर्व नगरसेवक एवं शहराध्यक्ष राकां शरद पवार गुट के मुताबिक महानगरपालिका प्रशासन से साल 2017 में हुई गलतियों को सुधारने का अवसर था, लेकिन किसी अप्रत्यक्ष दबावतंत्र में प्रशासन ने मुख्य बाजार, महत्वपूर्ण स्थान और नाग नदी को चिन्हित कर सीमांकन करने का प्रयास नहीं किया है। करीब 4 हजार की आबादी को जान-बूझकर दूसरे प्रभाग से जोड़कर विशेष एजेंडा को पूरा किया गया है। प्रशासन के दोषपूर्ण सीमांकन और अंतिम प्रभाग रचना को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।
प्रभाग 16 में सर्वाधिक आबादी, 38 में सबसे कम प्रभाग रचना में 71 हजार 187 नागरिकों के साथ प्रभाग 16 सबसे अधिक आबादी और प्रभाग 38 सबसे कम जनसंख्या 47 हजार 216 के साथ सामने आया है। शहर में 4 सदस्यों के 37 प्रभाग और 3 सदस्यों के 1 प्रभाग समेत कुल 151 सदस्यों के लिए चुनाव को लिया जाएगा। प्रभाग गठन प्रक्रिया का पहला प्रारूप 23 अगस्त को प्रकाशित कर 4 सितंबर तक आपत्तियों को मंगाया गया था। इस प्रक्रिया में मनपा के निर्वाचन विभाग को 115 आपत्तियां मिलीं थी, जिसमें से 59 आपत्तियों को सीमा में बदलाव और इलाकों के नामों को लेकर शामिल थी। इन आक्षेपों की जांच के बाद राज्य के नगरविकास विभाग के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयोग को मान्यता के लिए भेजा गया था। शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग की मान्यता के बाद छह आंशिक बदलाव के बाद मनपा से अंतिम प्रभाग रचना को प्रकाशित कर दिया गया है।
Created On :   5 Oct 2025 5:20 PM IST