Nagpur News: 3 लाख केस पेंडिंग, न्याय का इंतजार करने वालों में नागपुर जिले के पीड़ित अधिक

3 लाख केस पेंडिंग, न्याय का इंतजार करने वालों में नागपुर जिले के पीड़ित अधिक
  • दीवानी मामलों में ‘वरिष्ठ’ नागरिक आगे
  • फौजदारी में महिलाओं की याचिका ज्यादा

Nagpur News. घरेलू विवाद और हिंसा की घटनाओं में महिलाएं, छोटे बच्चे ओर वरिष्ठ नागरिक सबसे ज्यादा पीड़ित सामने आए हैं। इनमें कुछ मामले अापस में सुलझ जाते हैं, पर कुछ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। वरिष्ठ नागरिक और महिलाओं के कोर्ट में प्रलंबित मामलों की तुलना करें तो नागपुर जिले में दीवानी मामले दायर करने में वरिष्ठ नागरिक अागे हैं, तो फौजदारी में महिलाओं की ओर से दायर याचिका ज्यादा है।

आंकड़े इस प्रकार हैं

अब तक महिलाओं ने 12643 दीवानी याचिका और 7235 फौजदारी ऐसे कुल 19878 मामले दायर किए हैं। वहीं वरिष्ठ नागरिकों की बात करें तो उनकी 14478 दीवानी, 3425 फौजदारी मामलों के साथ कुल 17903 याचिका दायर है। फौजदारी याचिकाओं पर विचार करे तो महिलाओं की तुलना में वरिष्ठ नागरिकों की याचिकाओं की संख्या आधी है।

फौजदारी मामले तीन गुना

जिले में लगभग 3 लाख मामले अलग अलग कोर्ट में प्रलंबित हैं। उस में 77726 मामले दीवानी, 218615 मामले फौजदारी ऐसे कुल 296341 मामले प्रलंबित हैं। इन प्रलंबित मामलों पर गौर किया जाए तो दीवानी मामलों की तुलना में फौजदारी मामले तीन गुना ज्यादा है।

10 साल से 31373 मामले प्रलंबित

जिले में 10 साल से अधिक समय से 31373 मामले प्रलंबित हैं। इनमें 7807 दीवानी और 23566 फौजदारी मामले हैं। इसके अलावा 5 से 10 साल से 62446, 3 से 5 साल से 43947, 1 से 3 साल से 75986 और एक साल से कम 82589 मामले कोर्ट में प्रलंबित हैं।

नागपुर आगे, गड़चिरोली में सबसे कम

कोर्ट के प्रलंबित मामलों में पूर्व विदर्भ के 6 जिलों की बात करे तो, नागपुर जिले में सबसे ज्यादा ओर गड़चिरोली जिले में सबसे कम मामले प्रलंबित है। नागपुर जिले में 296341, चंद्रपुर 100114, वर्धा 78056, गोंदिया 31814, भंड़ारा 29206 ओर गड़चिरोली जिले में 18961 मामले प्रलंबित है।


Created On :   3 Jun 2025 5:10 PM IST

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