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Nagpur News: आशा वर्करों को जनवरी से नहीं मिला केंद्र का मानधन, आर्थिक संकट से गुजर रहीं

- ऑनलाइन काम के दबाव का विरोध, 9 को आंदोलन
- बैठक में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया
Nagpur News आशा वर्कर व गटप्रवर्तकों को जनवरी से केंद्र सरकार का मानधन नहीं मिला है। वहीं लगातार ऑनलाइन काम करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इससे आशा वर्करों में असंतोष है। विरोध स्वरूप 9 सितंबर को आंदोलन किया जाएगा। आशा वर्कर व गटप्रवर्तक कर्मचारी यूनियन (सीआईटीयू) के बैनरतले यह आंदोलन किया जाएगा। आशा वर्करों की अलग-अलग प्रलंबित मांगें हैं, जिन पर सरकार विचार नहीं कर रही है। हाल ही में हुई बैठक में आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।
डेटा ऑपरेटर नियुक्त करने की मांग : सीआईटीयू के राजेंद्र साठे ने बताया कि आशा वर्कर और गटप्रवर्तकों पर लगातार ऑनलाइन काम का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को अगस्त माह का मानधन समय पर मिल चुका है, लेकिन आशा वर्करों को पिछले दो माह से राज्य सरकार का और जनवरी से केंद्र सरकार का मानधन प्राप्त नहीं हुआ है। ऑनलाइन काम करने के दबाव में आशा वर्कर नागरिकों को सेवा देने में पिछड़ रही हैं। उन्होंने तत्काल डेटा ऑपरेटर नियुक्त करने की मांग की है।
हड़ताल की चेतावनी : इसके अलावा अन्य मांगों में सरकारी कर्मचारियों का दर्जा देने, न्यूनतम वेतन लागू करने, सेवानिवृत्ति के बाद 5 लाख रुपए ग्रैच्युटी व 10 हजार रुपए पेंशन की मांग की जा रही है। यदि सरकार 9 सितंबर से पहले मानधन नहीं देगी तो इस दिन आंदोलन किया जाएगा। सुभाष रोड पर स्थित खंडोबा देवस्थान से मुख्यमंत्री कार्यालय तक मोर्चा निकाला जाएगा। इसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई है। बैठक में जिला महासचिव प्रीति मिश्रा, माया कावले, प्रीति मेश्राम, रंजना पौनीकर, माया कावडे, उज्वला कांबले, सरिता ठवरे समेत बड़ी संख्या में आशा वर्कर व गटप्रवर्तक उपस्थित थे।
Created On :   2 Sept 2025 1:09 PM IST