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Nagpur News: अचानक बदला मौसम - जानलेवा बीमारियां दे सकती हैं दस्तक, दूषित पानी से संक्रमण की संभावना

- टाइफाइड, हैजा जैसे संक्रमण की संभावना
- जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप
- कुछ सावधानियां बरतना जरुरी
Nagpur News. चिलचिलाती गर्मी के बाद बारिश की फुहारें राहत देती हैं, लेकिन मौसम बदलते ही स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर होता है। बीमारियां दस्तक देती हैं। कमजोर इम्यूनिटी हो तो मौसम बदलते ही पांच बीमारियां प्रमुख रुप से घेर लेती है। इसमें हैजा, डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया व वायरल बुखार का समावेश होता है। यह बीमारियां दूषित पेयजल, नदी-नाले व सीवेज लाइन की सफाई ना होना, जलजमाव, मच्छरों का प्रकोप बढ़ना आदि कारणों से होती हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इन दिनों विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
इन बीमारियों का खतरा
डेंगू व मलेरिया : जलजमाव मच्छरों के लिए अंडे देने की सबसे उपयुक्त जगह होती है। गड्ढे, टायर, कूलर, गमले, छतों पर जमा पानी और सड़क किनारे जलजमाव मच्छरों के प्रजनन केंद्र बन जाते हैं। मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से डेंगू व मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है।
टाइफाइड और हैजा : बारिश के दिनों में पेयजल स्रोतों में गंदा पानी मिल सकता है। नलों का पानी गंदगी और सीवेज से संक्रमित हो सकता है। यह दूषित पानी शरीर में जाने से टाइफाइड और हैजा जैसे संक्रमण फैलते हैं।
- वायरल बुखार : गर्मी के बाद बारिश शुरु होते ही तापमान में उतार-चढ़ाव होता है। इसके कारण प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिससे वायरल इन्फेक्शन होता है।
- फंगल इंफेक्शन : बारिश में कपड़े और त्वचा देर तक गीले रहने से फंगल इंफेक्शन और स्किन संबंधी एलर्जी होती है।
जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप
नागपुर में हर साल मानसून शुरू होते ही मलेरिया और डेंगू के मामले बढ़ जाते हैं। 2024 की बारिश में जून से सितंबर तक 500 से अधिक डेंगू संदिग्ध मरीज मिले थे। गिट्टीखदान, लक्ष्मीनगर, सतरंजीपुरा, और हनुमाननगर जैसे इलाकों में मच्छरों का प्रकोप ज्यादा देखा गया। शहर में 30 से अधिक स्थान ऐसे चिन्हित किए गए, जहां हर साल जलजमाव की शिकायत आती है। बारिश के बाद सड़कों पर गड्ढों में जमा पानी भी बीमारियों को बढ़ावा देता है। बारिश के पानी की निकासी सही न होने के कारण गंदा पानी जमा होता है। जो मच्छरों और बैक्टीरिया के पनपने का स्थान बन जाता है। कचरा प्रबंधन की कमी से बाढ़ और बारिश के दौरान कचरे का निष्पादन नहीं हो पाने से संक्रमण फैलता है।
कुछ सावधानियां बरतना जरुरी
- मेडिकल के चिकित्सा अधीक्षक व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश गावंडे ने बताया कि इन दिनों सावधानी बरतना जरूरी है।
- कूलर, टायर, गमलों का पानी हर 3 दिन में बदलें।
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- पीने का पानी उबालकर या फिल्टर करके ही पिएं।
- बारिश में भीगने के बाद तुरंत साफ व सूखे कपड़े पहनें। गड्ढों और नालियों की सफाई कराएं, मच्छरनाशक दवाआें का छिड़काव हो।
- बुखार, बदन दर्द या उल्टी-दस्त होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Created On :   25 May 2025 6:25 PM IST