Nagpur News: अजीबोगरीब कार्यप्रणाली, फीस नहीं भरी, तो स्कूल ने मोबाइल पर भेज दी टीसी

अजीबोगरीब कार्यप्रणाली,  फीस नहीं भरी, तो स्कूल ने मोबाइल पर भेज दी टीसी
  • कोंढाली में लखोटिया भुतड़ा स्कूल का ‘क्रूर’ कारनामा
  • छात्र के भविष्य से खिलवाड़ रहा शालेय प्रशासन

Nagpur News कोंढाली थानांतर्गत एक स्कूल के छात्र के भविष्य से खिलवाड़ किए जाने का मामला सामने आया है। स्कूल की फीस के लिए छात्र की टीसी को उसके पिता के मोबाइल पर भेजकर उसे स्कूल से बाहर कर दिया गया। मामला कोंढाली थाने पहुंचा। जांच के बाद पुलिस ने लखोटिया भुतड़ा स्कूल के मुख्याध्यापक व शिक्षक सहित तीन आरोपियों पर विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जिन आरोपियों पर यह मामला दर्ज किया गया है, उनमें स्कूल का मुख्याध्यापक आशुतोष केदार पवार, उपमुख्याध्यापक योगेश चौधरी व शिक्षक अमोल वडयालकर शामिल हैं।

स्कूल से दो टूक कहा गया : पुलिस सूत्रों के अनुसार, दुधाला वार्ड क्रमांक 1 काटोल निवासी अब्दुल खालिक (46) ने कोंढाली थाने में उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। अब्दुल खेती करते हैं। बेटा मोहम्मद शाहान कोंढाली स्थित लखोटिया भुतड़ा हाईस्कूल सीबीएससी में छठवीं कक्षा में पढ़ता है। बेटी भी वहीं पर तीसरी कक्षा में है। बेटे की चौथी कक्षा की कुछ फीस बकाया है। अब्दुल खालिक 13 नवंबर 24 को चौथी कक्षा की फीस भरने स्कूल गए, तो कर्मचारियों ने कहा कि वह बेटे की पांचवीं कक्षा की फीस भरने के बाद चौथी कक्षा की फीस भर सकते हैं। तब अब्दुल खालिक ने बेटे की पांचवीं कक्षा की 17 हजार 740 रुपए फीस जमा कर दी। इसकी स्कूल वालों ने रसीद नहीं दी थी। उल्टे स्कूल में उनके बेटे को मानसिक रूप से परेशान किया जाता था।

बार-बार किया अपमानित :अब्दुल खालिक के अनुसार, क्लास टीचर अमोल वड्यालकर बेटे को सभी छात्रों के सामने बेंच पर खड़ा कर देते थे और यह कहकर अपमानित करते थे कि उसने चौथी कक्षा की फीस नहीं दी है। फीस के लिए वे बार-बार डांटते थे। वह रोता हुआ घर आता था और परेशान रहता था। इस बात को लेकर अब्दुल खालिक ने स्कूल के मुख्याध्यापक आशुतोष केदार पवार और उपमुख्याध्यापक योगेश चौधरी से मुलाकात की। फीस भरने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांगी। दिवाली के बाद चौथी कक्षा की पूरी फीस जमा करने की बात उक्त दोनों से की। इसके लिए उन्हें भी अपमानित किया जाता था। उनके बेटे को फीस के बारे में डांटा और फटकारा जाता था। क्लास से बाहर निकाल दिया जाता था। उसे परीक्षा हाल का जल्दी टिकट और स्कूल का पहचान पत्र नहीं देते थे।

लिखित आवेदन पर कोई संज्ञान नहीं : 25 सितंबर 2024 को अब्दुल खालिक ने शिक्षा अधिकारी, जिला परिषद, नागपुर और अन्य विभागों को लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया। उल्टा स्कूल प्रशासन ने उनके बेटे की 5 वीं क्लास की टीसी उनके मोबाइल पर भेजकर स्कूल से बाहर कर दिया। इस प्रकरण की शिकायत किए जाने पर कोंढाली पुलिस ने उक्त तीनों आरोपियों पर धारा 75, 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

न्याय की लगाई थी गुहार : इस प्रकरण में स्थानीय समाजसेवी इमरान हबीब शेख ने मुंबई के शिक्षण अधिकार संगठन के कार्यकर्ता नितीन दलवी से न्याय की गुहार लगाई थी। इनके नेतृत्व में पीड़ित छात्र के पालक कोंढाली थाने में जाकर उक्त लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी। शिकायत देने के बाद थाने में मामले को गंभीरता से नहीं लेने पर बाल कल्याण समिति की अधिकारी पूजा कांबले को घटना के बारे में अवगत कराया गया। इसके बाद उन्होंने थाने में बातचीत की, जिसके चलते 5 घंटे में मामला दर्ज किया गया। इस मामले में आरोपी को 3 साल की सजा और 1 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। पीड़ित छात्र के पिता अब्दुल खालिक का आरोप है कि इसी स्कूल ने आरटीई शुल्क के मामले में करीब 57 गरीब पालकों से लाखों रुपए की उगाही की थी। इसकी शिकायत उन्होंने जिला परिषद के अधिकारियों से की थी। इस मामले में कोई कदम नहीं उठाने पर मुंबई में शिकायत की गई थी।


Created On :   6 Jun 2025 3:26 PM IST

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