Nagpur News: मुख्यमंत्री ने कहा - ओबीसी समाज को लेकर केवल भाषण की राजनीति हुई, बेबाकी से जवाब

मुख्यमंत्री ने कहा - ओबीसी समाज को लेकर केवल भाषण की राजनीति हुई, बेबाकी से जवाब
  • पुलिस भवन में पत्रकारों से चर्चा के दौरान सवालों पर बेबाकी से जवाब
  • ओबीसी समाज को लेकर केवल भाषण की राजनीति हुई

Nagpur News. सिविल लाइंस स्थित पुलिस भवन में पहुंचे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जब पत्रकारों ने पूछा कि शरद पवार गुट ने मंडल यात्रा क्यों निकाली है, तो उन्होंने कहा कि यह सच है, अभी मंडल यात्रा निकालने का मतलब ओबीसी की शक्ति का अहसास हो गया है। वर्षों से वे लोग, जो ओबीसी समाज को केवल निचले स्तर पर देखते आए हैं, उन्होंने इस समाज तक कोई भी योजना नहीं पहुंचने दी। ओबीसी समाज के नाम पर हमेशा सिर्फ भाषणबाज़ी की राजनीति हुई है, इसी कारण आज यह समाज उनसे काफी दूर हो गया है। अब उन्हें यह बात समझ में आ रही है, इसलिए वे यह यात्रा निकाल रहे हैं ताकि इस समाज से फिर नजदीकी बनाई जा सके। लेकिन सिर्फ यात्रा निकालने से कोई फायदा नहीं होगा। ओबीसी के समर्थन में ठोस कदम कहीं दिखने चाहिए। जब भी ओबीसी पर संकट आता है, तो उनकी भूमिका ‘नरो वा कुंजरो वा’ जैसी हो जाती है, यह ओबीसी समाज कई बार देख चुका है। ठीक है, अब याद आई है तो आने वाले समय में सब स्पष्ट हो जाएगा।”

“सलीम–जावेद की स्टोरी चल रही है”

लॉन्ग मार्च निकाले जाने के सवाल पर फडणवीस ने कह कि “यह तो सलीम–जावेद की स्टोरी चल रही है, अचानक पुरानी बातें याद आ रही हैं। मेरा सवाल है, आप सभी जिम्मेदार नागरिक हैं, ऐसे में अगर कोई आपके पास आया तो आपने पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की? चुनाव आयोग के पास क्यों नहीं गए? आपने वेरिफिकेशन क्यों नहीं किया? क्या आपने उनका इस्तेमाल करके देखा? अब कह रहे हो, इसलिए ऐसी कहानियां बंद होनी चाहिए।”

“मुझे आश्चर्य लगता है”

शरद पवार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रभावित करने संबंधी बयान पर मुख्यमंत्री ने कह कि “मुझे आश्चर्य होता है कि बड़े नेताओं के पास कुछ लोग भारत के चुनाव को प्रभावित करने का विचार लेकर आते हैं और नेता उन्हें आपस में मिलवाते हैं। न तो पुलिस के पास और न ही चुनाव आयोग के पास कोई शिकायत की जाती है, कोई कार्रवाई भी नहीं होती। इसका मतलब है कि क्या आपने उनका इस्तेमाल करके देखा था, जो वे ऑफर लेकर आए थे? अब यह कहानियां बनाने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसे बंद करना चाहिए।

चुनाव आयोग ने ईवीएम हैक करके दिखाने की चुनौती दी थी, वह भी एक बार नहीं, बल्कि चार बार ओपन चैलेंज दिया था। आयोग ने पत्र और नोटिस भेजकर बार-बार बुलाया, लेकिन कोई सामने नहीं आया। यह ‘शूट एंड स्कूट’ यानी गोली मारो और भाग जाओ, इनकी रणनीति है।”

ठाकरे बंधुओं के एक साथ आने पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि “वे एकत्र आए, यह बात कितने दिनों तक दोहराते रहेंगे? वे क्या करना चाहते हैं, वह करें।”

“चुनाव में झटका लगा है”

मुख्यमंत्री ने कहा कि “जनता ने हमें विजय दी है। जनता का अपमान करना बंद करें। चुनाव में झटका लगते ही ओबीसी की याद आ रही है। जब ओबीसी आरक्षण पर खतरा मंडराया था, तब इन्होंने दोहरी भूमिका अपनाई। यह सब ओबीसी समाज ने देखा है, इसलिए अब उन्हें फिर से ओबीसी समाज की ज़रूरत महसूस हो रही है।”

Created On :   10 Aug 2025 7:58 PM IST

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