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Nagpur News: नियमित दंत परीक्षण से होता बीमारियों से बचाव , दंत विशेषज्ञों रखे विचार

- अमेरिका की डॉ. स्नेहल ने किया इंटर्न को मार्गदर्शन
- भारतीय प्रशिक्षित दंत चिकित्सकों की यात्रा विषय साझा किए अनुभव
Nagpur News दंत चिकित्सा विज्ञान अंतर्गत दांत, मसूड़ों, मुख और जबड़ों की बीमारियों की पहचान, उपचार और रोकथाम की जाती थी। इसमें दांतों की सफाई, भराई, निकालना, कृत्रिम दांत लगाना, रूट कैनाल, ऑर्थोडॉन्टिक उपचार और मुख कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं का निदान शामिल है। नियमित दंत परीक्षण और सही मुख-स्वच्छता से अधिकांश दंत रोगों से बचा जा सकता है। ऐसा अमेरिका से आयी दंत चिकित्सक डॉ. स्नेहल लखकर ने कहा। हाल ही में डॉ. स्नेहल ने इंटर्न को मार्गदर्शन किया। शासकीय दंत महाविद्यालय एवं अस्पताल नागपुर द्वारा करियर मार्गदर्शन एवं अंतरराष्ट्रीय विभाग की ओर से इंटर्न्स के लिए एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया । इस अवसर पर डॉ. स्नेहल ने "अमेरिका में दंत चिकित्सा: भारतीय प्रशिक्षित दंत चिकित्सकों की यात्रा’ विषय पर अपने अनुभव साझा किए।
करियर निर्माण में धैर्य और रणनीति जरुरी : डॉ. स्नेहल ने नागपुर से बोस्टन तक अपने सफर व करियर के बारे में विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि अमेरिका में भारतीय प्रशिक्षित दंत चिकित्सकों के सामने कौन-कौन से अवसर और चुनौतियां हैं। सफलता के लिए केवल शैक्षणिक तैयारी ही नहीं, बल्कि स्थानीय नियमों की समझ, सांस्कृतिक अनुकूलता और निरंतर आत्मविकास भी जरूरी है। उन्होंने यूएस डेंटल लाइसेंस परीक्षा, एडवांस्ड स्टैंडिंग प्रोग्राम्स, शोध, क्लिनिकल एक्सपोजर और नेटवर्किंग के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इंटर्न्स को करियर निर्माण में धैर्य और रणनीति अपनाने की सलाह दी। कार्यक्रम में अधिष्ठाता डॉ. मंगेश फडनाईक डॉ. मंजूषा वरहाडपांडे, डॉ. रितेश कलसकर, डॉ. सूर्यकांत देवगडे, डॉ. दमयंती वालके प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इन कारणों से बढ़ रही दंत स्वास्थ्य समस्या : उपस्थित दंत चिकित्सकों ने कहा कि वर्तमान में देश-दुनिया में दंत स्वास्थ्य बड़ी समस्या बनती जा रही है। तंबाकू, तंबाकूजन्य सामग्री, सिगारेट, धूम्रपान, बाहरी खानपान, फास्ट फूड, जंकफूड, दूषित पानी आदि के चलते स्वास्थ्य समस्या विशेषकर दंत समस्या पैदा हो रही है। भारत में यह समस्या तेजी से फैल रही है। इसलिए दंत चिकित्सकों की जिम्मेदारी बढ़ चुकी है। वहीं नागरिकों ने भी दातों की समस्या की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। जैसे ही दातों में किसी तरह की तकलीफ शुरु हो, तुरंत दंत विशेषज्ञों को दिखाकर जांच व उपचार करवाना चाहिए। अपनी मर्जी से कोई दवा नहीं लेना चाहिए। इससे समस्या और बढ़ सकती है।
दांतों की समस्या बढ़नेपर उसका उपचार लंबे समय तक करना पड़ता है। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए संवाद कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के दौरान अमेरिका में दंत चिकित्सा करियर बनाने की संभावनाओं के बारे में बताया गया। विद्यार्थियों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। संचालन डॉ. राधिका ढोक और डॉ. भावेश पुरोहित ने किया। इस अवसर पर डॉ. अक्षय ढोबले, डॉ. संतोष चव्हाण, डॉ. वैभव कारेमोरे, डॉ. दीपक घाटगे और डॉ. सचिन खत्री भी उपस्थित थे।
Created On :   9 Aug 2025 6:42 PM IST