अनूठी पहल: विदर्भ के गरीब किसानों के बच्चे पढ़ेंगे एआई और ड्रोन टेक्नोलॉजी, एग्रोविजन फाउंडेशन के साथ समझौता

विदर्भ के गरीब किसानों के बच्चे पढ़ेंगे एआई और ड्रोन टेक्नोलॉजी,  एग्रोविजन फाउंडेशन के साथ समझौता
  • नागपुर में शुरू होंगे स्किल डेवलपमेंट के निःशुल्क कोर्स
  • फ्यूल बिजनेस स्कूल ने किया एग्रोविजन फाउंडेशन के साथ समझौता
  • वार्षिक आय तीन लाख रुपए होनी चाहिए

Nagpur News. निखिल जनबंधु | गरीब और अल्प-भूधारक किसानों के बच्चों को पैसों की कमी के कारण उच्च शिक्षा तथा कौशल आधारित शिक्षा से वंचित रहना पड़ता है। विशेष रूप से विदर्भ के गरीब किसानों के बच्चों की नामी विश्वविद्यालयों या कॉलेजों में पढ़ना आर्थिक परेशानियों के कारण संभव नहीं हो पाता, परंतु अब विदर्भ के गरीब किसानों के बच्चों के लिए भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसी आधुनिक शिक्षा प्राप्त करना संभव होगा। वर्ष 2026 में नागपुर में स्किल कोर्स और डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाएंगे। यह कोर्स गरीब विद्यार्थियों के लिए बिल्कुल नि:शुल्क रहेंगे।

वार्षिक आय तीन लाख रुपए होनी चाहिए

पुणे के भूगांव में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्थान फ्यूल बिजनेस स्कूल इस पहल का नेतृत्व कर रहा है। यह संस्थान पिछले 19 वर्षों से छात्रों को व्यवसाय, प्रौद्योगिकी, विश्लेषण और सामाजिक उत्तरदायित्व में प्रशिक्षित करने का कार्य कर रहा है। विशेष बात यह है कि फ्यूल बिजनेस स्कूल द्वारा सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) फंड के माध्यम से गरीब परिवारों तथा किसानों के बच्चों को यह शिक्षा निःशुल्क प्रदान की जाती है। अपने इसी सामाजिक दायित्व के दायरे को बढ़ाते हुए, फ्यूल बिजनेस स्कूल ने अब नागपुर में गरीब किसानों के बच्चों के लिए एआई, ड्रोन टेक्नोलॉजी, एग्री बिजनेस मैनेजमेंट और डेटा सेंटर जैसे स्किल और डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की अभिनव पहल की है।

इस संदर्भ में फ्यूल बिजनेस स्कूल और एग्रोविजन फाउंडेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। जिन गरीब किसानों के बच्चों के परिवार की वार्षिक आय 3 लाख तक है, उन्हें इन कोर्सेस का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। विदर्भ के किसानों के बच्चों को इन पाठ्यक्रमों की जानकारी मिल सके, इसी मूल उद्देश्य से एग्रोविजन-2025 कृषि प्रदर्शनी में फ्यूल बिजनेस स्कूल ने अपना स्टॉल भी लगाया है।

डॉ. कलाम से मिली प्रेरणा

फ्यूल बिजनेस स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. केतन देशपांडे ने बताया कि उन्होंने "करियर मार्गदर्शन' नामक एक पुस्तक लिखी थी। वह पुस्तक पूर्व राष्ट्रपति तथा "मिसाइल मैन' डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम को भेजी थी। इसके बाद 2007 में जब पुणे में डॉ. देशपांडे की मुलाकात डॉ. अब्दुल कलाम से हुई, तब कलाम साहब ने ही उन्हें गरीब बच्चों के लिए कौशल आधारित (स्किल बेस्ड) कुछ काम करने हेतु प्रोत्साहित किया था। डॉ. देशपांडे ने कहा कि इसी प्रेरणा से यह फ्यूल बिजनेस स्कूल शुरू किया गया। हमारा उद्देश्य नागपुर तथा विदर्भ के गरीब बच्चों के लिए काम करना है।

गडकरी ने कहा था

डॉ. केतन देशपांडे ने बताया कि उनकी स्किल यूनिवर्सिटी के पहले दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। वहां उन्होंने उनके स्कूल के काम को देखा और कहा कि विदर्भ के बच्चों के लिए भी ऐसा ही काम किया जाना चाहिए। गडकरी की इस पहल के तहत ही वर्ष 2026 में फ्यूल बिजनेस स्कूल और एग्रोविजन फाउंडेशन मिलकर ये कोर्स शुरू कर रहे हैं।

Created On :   24 Nov 2025 6:18 PM IST

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