- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- शराब का गिलास दिखते ही मस्तिष्क का...
Nagpur News: शराब का गिलास दिखते ही मस्तिष्क का ये हिस्सा होता है प्रभावित - फंक्शनल एमआरआई तकनीक से रिसर्च

- एमआरआई की मदद से शोध
- दिशा तय करने में आसानी
Nagpur News. किसी व्यक्ति को शराब की लत है, तो शराब का गिलास दिखते ही उस व्यक्ति के मस्तिष्क का कौन सा हिस्सा प्रभावित होता है, मस्तिष्क में क्या क्रियाएं व प्रतिक्रयाएं होती हैं, कौन सा हिस्सा कम या ज्यादा प्रभावित होता है, मस्तिष्क में ऑक्सीजन की स्थिति कैसे बदलती है। यह सारी जानकारी रिसर्च में सामने आएगी। मेडिकल के मनोरोग विभाग को रिसर्च के लिए यह नया विषय दिया गया है। जल्द की इस रिसर्च का नतीजा सामने आएगा। शोध को फंक्शनल एमआरआई तकनीक कहा जाता है। नागपुर समेत विदर्भ के कुछ कॉलेजों में मेडिकल कॉलेजों में इस पर शोध हो रहा है।
दिशा तय करने में आसानी
सूत्रों ने बताया कि फंक्शनल एमआरआई में सारी जानकारी स्कैन होकर उसका ब्योरा मिलेगा। शराब पीने से मनोरोगी होने पर फंक्शनल एमआरआई की रिपोर्ट के आधार पर व्यक्ति के उपचार की दिशा तय की जाएगी। उपचार के लिए निर्णय लेने में आसानी होगी। विश्वभर में स्वास्थ्य व चिकित्सा क्षेत्र में बड़े प्रमाण में अध्ययन हो रहा है। अत्याधुनिक तकनीक के साथ ही रोज नए बदलाव हो रहे हैं। नए-नए रिसर्च के आधार पर उपचार पद्धतियां विकसित हो रही हैं। विदर्भ के मेडिकल कॉलेजों में भी समय-समय पर अलग-अलग विषयों पर रिसर्च होते रहते हैं। नागपुर में मनोरोग से जुड़े अलग-अलग विषयों पर शिक्षा ले रहे विद्यार्थियों को रिसर्च का नया विषय दिया गया है।
एमआरआई की मदद से शोध
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष ठाकरे के अनुसार करीब साल भर पहले इस रिसर्च की शुरुआत हुई है। मनोरोग विभाग में आने वाले मनोरोगियों पर फंक्शनल एमआरआई से रिसर्च किया जा रहा है। विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों के मार्गदर्शन में यह काम शुरू है। फंक्शनल एमआरआई के लिए मरीज को एफ्ते में एक दिन बुलाकर करीब दो घंटे तक रिसर्च किया जाता है।
Created On :   24 Nov 2025 7:01 PM IST












