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बड़ा निशाना: सुले ने चुनाव आयोग की भूमिका पर उठाए सवाल, कहा - सशक्त लोकतंत्र के लिए यह घातक है

- भाजपा सुसंस्कृत पार्टी थी अब नहीं
- चुनाव आयोग की भूमिका पर उठाए सवाल
- सुले ने कहा यह सब सशक्त लोकतंत्र के लिए घातक है
- सलील जल्द ही प्रचार करते दिखाई देंगे
Nagpur News. राकांपा (शरदचंद्र) की कार्यकारी अध्यक्ष सांसद सुप्रिया सुले ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए इसे सशक्त लोकतंत्र के लिए घातक बताया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कुछ करते हुए दिखाई नहीं दे रहा। सांसद सुले ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार व मंत्री हसन मुुश्रीम के बयानों पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान लेना चाहिए। राज्य में नगर परिषद व नगर पंचायतों के चुनाव चल रहे हैं और दोनों नेता वोट नहीं देने पर निधी नहीं देने व आपकी खैर नहीं जैसे बयान दे रहे है, जो ठीक नहीं है। चुनाव आयोग ने इन दोनों पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षोंं में देखने में आया है कि सत्ता पार्टी के नेताआें के गंभीर बयानों का चुनाव आयोग संज्ञान नहीं लेता। बगैर चुनाव लडे ही सत्ता पार्टी के उम्मीदवार निर्विरोध जीत रहे है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने ताना माना कि इसके पीछे अदृश्य शक्ति भी काम कर रही है। राजस्व मंत्री बावनकुले का पैसे की चिंता मत करो के बयान को भी चुनाव आयोग ने गंभीरता से लेना चाहिए। उम्मीदवारों को भगाने या बिठाने का जो खेल चल रहा है, इसके पीछे दबाव की राजनीति काम कर रही है आैर चुनाव आयोग जरूरी कार्रवाई करता दिखाई नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा से मेरे मतभेद है, मनभेद नहीं है। भाजपा पहले सुसंस्कृत पार्टी थी, लेकिन अब नहीं है। राज्य की आर्थिक व सामाजिक स्थिति ठीक नहीं है। निवेश के केवल दावे हो रहे है। डेटा बताता है कि निवेश नहीं आ रहा।

इस दौरान राकांपा शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे, पूर्व विधायक प्रकाश गजभिए, वर्षा श्यामकुले आदि उपस्थित थे।
सलील जल्द ही प्रचार करते दिखाई देंगे
राकांपा नेता पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर में जारी गृह क्लेश पर सांसद सुले ने कहा कि सलील देशमुख से मुंबई में मुलाकात हुई। सलील देशमुख जल्द ही पार्टी का प्रचार करते दिखाई देंगे। पिता-पुत्र में कोई विवाद नहीं है। सलील पार्टी छोडेंगे ऐसा भी नहीं है।
जलजीवन मिशन में भ्रष्टाचार
सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि जलजीवन मिशन अच्छा है, लेकिन इसमें भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार के कारण जलजीवन प्रोग्राम पर सही तरीके से अमल नहीं हो रहा। महायुति सरकार में आत्महत्या बढ़ी है। सरकार का अर्थ लाल दीया नहीं सेवा करना होता है। उन्होंने कहा कि हमें जनता की सेवा के लिए भेजा गया
है, लेकिन चुनाव आयोग अपना काम बराबर नहीं करने से दुर्भाग्य से हमारा समय कोर्ट में जा रहा है।
पीएम से मिलकर बात करुंगी
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोहरादेवी के रिडेवलपमेंट के लिए 35 करोड़ देने की घोषणा की थी। पहले चरण में 150 करोड़ देने की बात हुई थी, लेकिन अभी तक निधी नहीं मिली। पीएम के बोलने पर भी काम नहीं हो रहे है। इस मुद्दे पर दिल्ली में प्रधानमंत्री से मिलकर बात करुंगी।
Created On :   23 Nov 2025 10:36 PM IST












