- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- कई बसें बंद होने के बाद नहीं हुईं...
महामंडल की अनदेखी: कई बसें बंद होने के बाद नहीं हुईं शुरू, यात्री हो रहे परेशान, मुसाफिरों को निजी बसों का सहारा

- एसटी में बसों का टोटा एक बड़ी परेशानी
- नागपुर से दूसरे राज्यों तक पहुंचने सुविधा नहीं
Nagpur News. एसटी महामंडल में बसों का टोटा होने से दूसरे राज्यों तक पहुंचने के लिए सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं राज्य में भी कई स्थानों पर बसों की संख्या कम करने के कारण भी यात्रियों को निजी बसों के भरोसे रहना पड़ रहा है। महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर और महत्वपूर्ण केंद्र होने के बावजूद, नागपुर से कई प्रमुख शहरों के लिए महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (एसटी) की बस सेवाओं की कमी यात्रियों के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है।
इन शहरों के लिए नहीं है सुविधा
जानकारी के अनुसार, नागपुर से मुंबई, जयपुर, जबलपुर, जैसे प्रमुख शहरों के लिए सीधी एसटी बस सेवा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, पड़ोसी राज्यों के कुछ महत्वपूर्ण शहरों जैसे भोपाल के लिए केवल एक बस, और लखनऊ के लिए भी नियमित सरकारी बस सेवाओं का अभाव है। नागपुर से गुजरात के अहमदाबाद और सूरत जैसे शहरों के लिए भी एसटी बसें संचालित नहीं होतीं, जबकि इन शहरों में बड़ी संख्या में लोग व्यापार और रोजगार के लिए आते-जाते हैं।
सीट उपलब्ब्ध नहीं रहती
हालांकि, नागपुर से पुणे, औरंगाबाद, और नासिक जैसे महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों के लिए एसटी बसें उपलब्ध हैं, लेकिन इनकी आवृत्ति और समय-सारिणी हमेशा यात्रियों की मांग के अनुरूप नहीं होती। पीक सीजन में पुणे और मुंबई के लिए सीट आसानी से उपलब्ध नहीं होती, जिससे यात्रियों को निजी बसों का सहारा लेना पड़ता है।
यह बसें की गईं बंद, फिर शुरू नहीं हुईं
एसटी के महकमे से प्रति दिन जबलपुर, कान्हा किसली के लिए भी बसें चलती थीं, लेकिन कुछ समय पहले यात्री प्रतिसाद नहीं मिलने को लेकर इसे बंद किया गया था। बाद इसे अभी तक शुरू नहीं किया गया है। यही नहीं पहले की तुलना शिर्डी, हैद्राबाद की बसें भी कम की गईं। ऑर्डनरी बसों के नाम पर चलाई जाने वाली काटोल, सावनेर, रामटेक, उमरेड की बसों में भी कटौती करने से यात्री बसों के इंतजार में घंटों खड़े रहते हैं। नागपुर से पुणे जाने वालों की संख्या अक्सर ज्यादा रहती है। ऐसे में पुणे के लिए शाम को 6 बजे एक स्लीपर श्रेणी की बस चलाई जा रही थी, जिसे यात्रियों का अच्छा प्रतिसाद था। इसे भी बस बंद कर दी है, जिससे यात्रियों को निजी बसों का सहारा लेना पड़ रहा है।
Created On :   23 Nov 2025 8:25 PM IST













