Nagpur News: पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने कहा - राहुल ने दिग्विजयसिंह को अध्यक्ष नहीं बनने दिया

पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने कहा - राहुल ने दिग्विजयसिंह को अध्यक्ष नहीं बनने दिया
  • राहुल गांधी को नेता नहीं नौकर चाहिए
  • प्रियंका को अध्यक्ष बनाने की बात कही तो मैं उनके निशाने पर आ गया
  • दिग्विजयसिंह को अध्यक्ष नहीं बनने दिया

Nagpur News. पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व व नीति की जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा है-राहुल गांधी को नेता नहीं नौकर चाहिए। प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात कही तो मैं उनके निशाने पर आ गया। दिग्विजयसिंह को भी उन्होंने अध्यक्ष बनने से रोका। कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं बचा है। 150 वर्ष की कांग्रेस 15 वर्ष में काफी कमजोर होकर रह गई है। सोमवार को प्राचार्य प्रमोद ने दैनिक भास्कर कार्यालय में संपादकीय सहयोगियों से चर्चा की। उत्तरप्रदेश में प्रियंका गांधी की सलाहकार परिषद में शामिल रहे आचार्य प्रमोद को कांग्रेस ने 2024 में 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया है। वर्ष 2022 में कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर के समय उनकी छवि बागी गुट के नेता के रुप में सामने आयी थी। आचार्य प्रमोद ने कहा-राहुल गांधी अराजकतावादी हैं। वह भारतीय संस्कृति को जानते ही नहीं है। अंगरेजी संस्कृति अपनाए हुए है। पहले कांग्रेस नेताओं की पार्टी थी। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी से लेकर कई नेताओं ने कांग्रेस को सर्वसमावेशक बनाया। लेकिन अब राहुल गांधी कांग्रेस के मालिक बन गए हैं। मलिकार्जुन खडगे अध्यक्ष चुने गए हैं लेकिन उनकी भूमिका कंपनी सीईओ अर्थात मुख्य कार्यकारी अधिकारी की है। उदयपुर चिंतन शिविर के समय स्वयं राहुल गांधी ने कहा था कि वे कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं। तब मैंने अपना मत व्यक्त किया। कहा कि दो वर्ष से राहुल गांधी अध्यक्ष बनने से इनकार कर रहे हैं तो प्रियंका गांधी को अध्यक्ष क्यों नहीं बना दिया जाता है। मेरी बात का समर्थन दीपेंद्र हुड्डा व अन्य ने किया था। दिग्विजयसिंह ने अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरने की तैयारी की थी। उनके बुलावे पर अनुमोदक बनने के लिए मैं उत्तरप्रदेश के संभल से दिल्ली पहुंचा था। लेकिन बाद में दिग्विजयसिंह ने पर्चा नहीं भरा। उन्हें महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पर्चा भरने की अनुमति नहीं दी। वास्तव में वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के आदेश का पालन किया।

महाअभियोग लाएं

आचार्य प्रमोद ने कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी का संदेह है तो राहुल गांधी महाअभियोग लाए। हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना व कर्नाटक की सरकार इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ें। चुनाव आयोग पर आरोप लगाना अंतरराष्ट्रीय षड़यंत्र का हिस्सा भी हो सकता है। राहुल गांधी के भाजपा विरोधी बयान भारत विरोधी रहते हैं। इससे भारत को ही लाभ मिलेगा। सोनियां गांधी की पसंद से राहुल गांधी नेता बने है। अन्यथा उनमें नेता बनने की कोई योग्यता नहीं है।

भाजपा में शामिल नहीं

आचार्य प्रमोद ने कहा-कांग्रेस से अलग हूं, लेकिन अभी भाजपा में शामिल नहीं हुआ हूं। कल्किधाम का निर्माण किया जा रहा है। 5 एकड़ में मंदिर भवन में भगवानों के 10 गर्भगृह रहेंगे। इस कार्य के लिए जनसंपर्क कार्य में व्यस्त हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को सशक्त व समृद्ध होते देख रहा हूं। राष्ट्र को एक मंदिर मानता हूं। यह भी मानता हूं कि इस मंदिर का गर्भगृह नागपुर है।

हिन्दी को लेकर विवाद न हो

हिंदी को लेकर विवाद नहीं होना चाहिए। मराठी, तमिल, भोजपुरी सहित अन्य कई भाषाओं के साथ हिंदी का मां और मौसी का संबंध है। हिंदी का विरोध देश को तोड़नेवाली राजनीति है। भारत के मामले में राष्ट्र और सनातन एक दूसरे के बिना अधूरे है। राजनीति में संत,साधु सहित सभी क्षेत्र के लोगों को आना चाहिए। जो मतदान करते हैं उन्हें चुनाव लड़ने का भी अधिकार है। अच्छे लोग नहीं रहेंगे तो राजनीति गुंडे-मवाली की हो जाएगी। देश में समान नागरिक संहिता जल्द लागू करना चाहिए। चर्चा के समय भाजपा अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष जमाल सिद्धीकी उपस्थित थे।

Created On :   18 Aug 2025 7:03 PM IST

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