Nagpur News: गडकरी ने कहा - जैसा डेवलपमेंट वैसा मैन पावर रहें तैयार, टाटा कंपनी को दिया 5 लाख रोजगार का लक्ष्य

गडकरी ने कहा - जैसा डेवलपमेंट वैसा मैन पावर रहें तैयार, टाटा कंपनी को दिया 5 लाख रोजगार का लक्ष्य
  • विदर्भ में 5 लाख रोजगार का लक्ष्य
  • स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रशिक्षित मैन पावर की कमी
  • जर्मनी की शिक्षा व्यवस्था का उदाहरण

Nagpur News. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि विकास कार्यों की रफ्तार के अनुरूप मानव संसाधन (मैन पावर) तैयार करना समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा — “जैसा डेवलपमेंट, वैसा मैन पावर तैयार रखें।” इसके लिए अध्ययन और अनुसंधान पर बल दिया जाना चाहिए।गडकरी शनिवार को वर्धा रोड स्थित होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित एसोसिएशन फॉर इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट के कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम में टाटा स्ट्राइव कंपनी के अमेय वंजारी, मनपा आयुक्त अभिजीत चौधरी, विधान परिषद सदस्य अभिजीत वंजारी, विधायक चरणसिंह ठाकुर और पूर्व विधान परिषद सदस्य अनिल सोले उपस्थित थे।

विदर्भ में 5 लाख रोजगार का लक्ष्य

गडकरी ने बताया कि आने वाले पांच वर्षों में विदर्भ क्षेत्र में 5 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य टाटा कंपनी को सौंपा गया है। कंपनी की ओर से युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 5 हजार युवाओं को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन हो सके।

कौशल आधारित शिक्षा पर दिया जोर

गडकरी ने कहा कि आज आवश्यकता के अनुरूप प्रशिक्षित मैन पावर का अभाव है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बी.कॉम, एम.कॉम या एम.एससी जैसी शैक्षणिक डिग्रियां गलत नहीं हैं, परंतु कई बार बॉटनी में एमएससी करने वाला युवा आरबीआई में नौकरी करता दिखाई देता है। यह शिक्षा और रोजगार के असंतुलन को दर्शाता है।” उन्होंने बताया कि जब जार्ज फर्नांडिस केंद्रीय उद्योग मंत्री थे, तब उन्होंने विदर्भ में उद्योग लाने की मांग की थी।

भंडारा जिले के लाखनी के पास जब अशोक लेलैंड की स्थापना हुई, तब पता चला कि जिले के आईटीआई में ऑटोमोबाइल सेक्टर का प्रशिक्षण ही उपलब्ध नहीं था। ऐसे में कंपनी को दूसरे जिलों से मैन पावर लाना पड़ा। यही स्थिति कई अन्य प्रकल्पों और उद्योगों में भी देखने मिलती है।

जर्मनी की शिक्षा व्यवस्था का उदाहरण

गडकरी ने कहा कि जर्मनी में 12वीं तक समान शिक्षा के बाद कौशल आधारित शिक्षा दी जाती है। भारत में भी ऐसी प्रणाली अपनाने की आवश्यकता है ताकि शिक्षा सीधे रोजगार से जुड़ सके।

महिलाओं को मिला रोजगार का अवसर

  • गडकरी ने बताया कि नागपुर खासदार सांस्कृतिक महोत्सव समिति ने मेहंदी कला को प्रोत्साहन देकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया।
  • आज नागपुर की कई महिलाएं 30 से 40 हजार रुपये मासिक आय अर्जित कर रही हैं।
  • 10 महिलाएं दुबई में मेहंदी लगाने गईं, जबकि कोलकाता और ऑस्ट्रेलिया से भी नागपुर की महिलाओं को आर्डर मिलने लगे हैं।

स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रशिक्षित मैन पावर की कमी

गडकरी ने कहा कि नागपुर में स्वास्थ्य उपचार संस्थान तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन यंत्र संचालन और तकनीकी कार्यों के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी है।

उन्होंने कहा कि यदि प्रशिक्षण पर ध्यान दिया जाए तो न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि कंपनियों को भी कुशल जनशक्ति आसानी से उपलब्ध होगी।

Created On :   1 Nov 2025 9:45 PM IST

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