Nagpur News: जीएसटी में 150 करोड़ से अधिक का गोलमाल, लोहा कारोबारी बंटी शाहू सहित 5 गिरफ्तार

जीएसटी में 150 करोड़ से अधिक का गोलमाल, लोहा कारोबारी बंटी शाहू सहित 5 गिरफ्तार
  • 22 मई तक पुलिस रिमांड
  • लकड़गंज थाने में 8 पर केस दर्ज
  • फर्जी अकाउंट खोलकर टैक्स चोरी करने का भी आरोप
  • हवाला और ऑनलाइन गेमिंग की रकम का करते थे लेन-देन

Nagpur News. लोहा चोरी के मामले में कुख्यात रहे बंटी उर्फ संतोष शाहू और उसके भाई जयेश शाहू सहित 5 आरोपियों को लकड़गंज पुलिस ने जीएसटी ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है। विश्वजीत राय की शिकायत पर लकड़गंज थाने में बंटी शाहू सहित 8 आरोपियों पर विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। बंटी शाहू, जयेश शाहू, ऋषि लाखानी, आनंद हरडे और ब्रिजकिशोर मणिहार को पुलिस ने रविवार को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उक्त पांचों को 22 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आरोपी बंटी शाहू और उसके भाई जयेश शाहू की ओर से अधिवक्ता रोशन प्रजापति, अन्य तीनों आरोपियों की ओर से वकील दानी, विलास डांगरे और दीपक दीक्षित ने पैरवी की। उक्त प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच की यूनिट 4 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कमलाकर गड्ढिमे कर रहे हैं।

क्या है मामला

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हुगली पश्चिम बंगाल निवासी विश्वजीत राय ने लकड़गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि बंटी शाहू, उसके भाई जयेश शाहू ने अविनाश शाहू, ऋषि लाखानी, आनंद हरडे, राजेश शाहू , ब्रिजकिशोर मणिहार और अंशुल मिश्राम के साथ मिलकर उनके साथ 3 अगस्त 2024 से 31 दिसंबर 2024 के दरमियान धोखाधड़ी की। विश्वजीत हुगली में फास्ट फूड की दुकान चलाता था। सूरज उर्फ प्रीतम केडिया उसके बचपन का दोस्त है। 14 जनवरी 2023 को विश्वजीत के पिता का बीमारी के चलते देहांत हो गया। जून 2024 में वह सूरज के कहने पर नागपुर आया। सूरज कुछ साल से नागपुर में रहता है। सूरज ने विश्वजीत की पहचान स्मॉल फैक्टरी एरिया सुदर्शन चौक में उक्त आरोपियों से कराई। आरोपियों ने मार्केट में पैसा विश्वजीत के नाम से िनवेश करने के बहाने उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड लेकर कुछ दस्तावेज पर हस्ताक्षर लिया। वाठोडा में राजेश शाहू के गोदाम में विश्वजीत के रुकने का प्रबंध किया गया।

विश्वजीत के नाम पर सिमकार्ड

अविनाश ने विश्वजीत के नाम पर सिमकार्ड लिया। उस समय हिस्से के रूप में विश्वजीत को 25 हजार रुपए नकद दिया गया। विश्वजीत को 18 नवंबर 2024 को पता चला कि उसके नाम पर क्षितिज इंटरप्राइजेस के नाम पर दिल्ली से स्माल इंडस्ट्री के नाम पर पंजीयन कराकर जीएसटी नंबर हासिल किया गया है। क्षितिज इंटरप्राइजेस के नाम पर टेलिफोन एक्सचेंज चौक में यस बैंक और दी नागपुर स्मार्ट सिटी को ऑप सोसाइटी लकड़गंज में खाता खोलकर पैसे को इधर-उधर भेजने लगे थे। जब यह बात विश्वजीत ने सूरज केडिया को बताई तो उसने कहा कि बंटी शाहू और उसके साथी क्षितिज नाम की कंपनी बनाकर कंपनी के बैंक खाते से हवाला और ऑनलाइन गेमिंग के पैसे की लेन-देन करते हैं। बैंक का सभी व्यवहार बंटी शाहू, अविनाश शाहू और ऋषि लाखानी देखते थे।

अलग- अलग नाम से कंपनी

आरोपी बंटी शाहू और उसके साथियों ने क्षितिज इंटरप्राइजेस के नाम से अलग- अलग कंपनी, फर्म व दुकानदार को माल बेचने के फर्जी बिल दिए हैं। कंपनी के नाम से जो बिल ट्रेडिंग होती थी, उसमें माल न भेजकर सिर्फ फर्जी जीएसटी बिल बनाते थे। इस प्रक्रिया में माल खरीदने वाली कंपनी, फर्म और दुकानदार बैंक खाते में भेजी रकम को निकालकर खरीददार को नकद अदा करते थे। इस तरह 9 सितंबर 2024 से 30 दिसंबर 2024 के दरमियान अलग- अलग कंपनी के नाम पर करीब 96 करोड़ 39 लाख 38 हजार 924 रुपए के फर्जी बिल बनाकर उससे आर्थिक लाभ उठाए और जीएसटी को चूना लगाया।

जान से मारने की धमकी

आरोपियों की करतूत पता चलने पर जब विश्वजीत ने उसके नाम से सभी व्यवहार बंद करने की बात की तो उसे आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। विश्वजीत ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने मिथुन राजपांडे के साथ भी ऐसी ही हथकंडे अपनाकर श्री अवध ट्रेडिंग कंपनी बनाई और अलग- अलग कंपनी में विभक्त कर करीब 59 करोड 51 लाख 58 हजार 263 रुपए के फर्जी बिल पर आर्थिक लाभ कमाया। आरोपियों ने 60-70 से अधिक इसी तरह से कंपनी का रजिस्ट्रेशन कर स्माल फैक्टरी ट्रेडिंग के अंतर्गत 150 करोड़ से अधिक जीएसटी की चोरी की है। इनके तार देश - विदेश में बैठे क्रिकेट बुकियों से भी जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। बंटी शाहू चर्चित नाम पर रेलवे का लोहा चोरी के मामले में इस पर पूर्व में कई मामले दर्ज थे। इसने कई पुलिस अधिकारियों को भी फंसाने की कोशिश की थी। हाल ही में इसे छत्तीसगढ़ पुलिस गिरफ्तार कर ले गई थी।

Created On :   19 May 2025 5:20 PM IST

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