अफरा-तफरी: जलती चिता से आधा दर्जन रिश्तेदार झुलसे, डीज़ल डालते ही भड़की आग – एक की मौत

जलती चिता से आधा दर्जन रिश्तेदार झुलसे, डीज़ल डालते ही भड़की आग – एक की मौत
  • वाठोड़ा दहन घाट पर भड़की आग
  • रिश्तेदारों के कपड़े जलने लगे और दहन घाट पर अफरा-तफरी मच गई

Nagpur News. वाठोड़ा दहन घाट पर मंगलवार को वह हादसा हुआ, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। जिस चिता को शांतिपूर्वक धधकना चाहिए था, उसी चिता ने अचानक विकराल रूप धार लिया। वजह थी कि जैसे ही किसी ने जलती चिता पर डीज़ल डाला, आग अचानक भड़क उठी और लपटों ने पास खड़े आधा दर्जन रिश्तेदारों को अपनी चपेट में ले लिया।

इस दर्दनाक घटना में एक बुजुर्ग की जान चली गई, जबकि कई लोग झुलसकर अस्पताल पहुंच गए। वाठोड़ा थाना पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया है।

कैसे हुआ हादसा?

  • वाठोड़ा निवासी सुशिलाबाई हरीभाऊ मुनघाटे (83) का निधन हो गया था। अंतिम यात्रा में परिवार और रिश्तेदार भारी संख्या में शामिल थे। परंपरा के अनुसार चिता सजाई गई, लेकिन आग तेजी से पकड़ने के लिए किसी ने डीज़ल डालने का निर्णय लिया और यही फैसला भारी पड़ गया।
  • जैसे ही जलती चिता पर डीज़ल डाला गया, आग ने तेज़ गर्जना की और अचानक एक बड़ा फ्लैश उठा। लपटें चिता की सीमाओं से बाहर निकलकर आसपास खड़े लोगों पर टूट पड़ीं।
  • कुछ ही क्षणों में रिश्तेदारों के कपड़े जलने लगे और दहन घाट पर अफरा-तफरी मच गई।

कौन-कौन झुलसे?

आग की चपेट में आए लोगों में शामिल हैं—

  1. विनोद पुंडलिकराव मुनघाटे (64), निवासी वर्धा रोड कर्वे नगर
  2. अशोक मुनघाटे
  3. सोपान गायकवाड़
  4. ज्ञानेश्वर गायकवाड़
  5. विठ्ठल भसारकर
  6. और एक अन्य रिश्तेदार

सभी बुरी तरह झुलस गए थे। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें मेडिकल अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया।


एक ने तोड़ा दम, बाकी का उपचार जारी

गंभीर रूप से झुलसे विनोद मुनघाटे ने बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। झुलसने वालों में से दो लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि दो अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं और उनका उपचार जारी है।

घटना की सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक मोमिन ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है। वाठोड़ा दहन घाट पर हुए इस हादसे ने लोगों में भय और सतर्कता दोनों ही बढ़ा दी हैं।

Created On :   20 Nov 2025 9:16 PM IST

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