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Nagpur News: काम बंद - महज 20 करोड़ मिलने से नाराज ठेकेदारों ने उठाया सख्त कदम, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का बढ़ा टेंशन

- शीत सत्र के मुहाने पर 60 फीसदी बचा काम कैसे होगा पूरा
- विधान भवन, रामगिरी, देवगिरी के काम होंगे प्रभावित
Nagpur News. बकाया 150 करोड़ की निधि का इंतजार कर रहे ठेकेदारों को गुरुवार को जोर का झटका लगा है। राज्य सरकार ने 150 करोड़ में से महज 20 करोड़ ही जारी किए है। ठेकेदारों के लिए यह ऊट के मूंह में जारी है। कम निधि मिलने से नाराज ठेकेदारों ने गुरुवार दोपहर को सदर स्थित एसोसिएशन के कार्यालय में बैठक की, जिसमें शुक्रवार से काम नहीं करने का निर्णय लिया। ठेकेदारों के इस कदम से लोक कर्म विभाग के अधिकारियों के हाथ-पाव फुल गए है। शीत सत्र को महज कुछ दिन बचे हैं, और अभी भी 60 फीसदी काम बाकी है। निर्माणकार्य व दुरुस्ती के अधूरे पड़े काम शीत सत्र शुरू होने के पहले कैसे पूरे करे, यह बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
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पीडब्ल्यूडी डीविजन-1 में किए गए निर्माणकार्य व दुरुस्ती के पेंडिंग बिल 150 करोड़ के है। 2023- 24 आैर 2024-25 में शीत सत्र के दौरान किए गए दो वर्ष के काम के बिल अभी तक नहीं मिले है। ठेकेदारों ने प्रलंबित बिलों का भुगतान तुरंत करने की मांग को लेकर नागपुर में भीख मांगों आंदोलन कर सरकार का ध्यान खींचा था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजित पवार, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलकर भी अपनी व्यथा बयान की थी। मुख्यमंत्री फडणवीस ने हर बार शीघ्र ही भुगतान करने का भरोसा दिया था। बिल भुगतान में हाे रही देरी से नाराज होकर ठेकेदारों ने शीत सत्र के काम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने शीत सत्र के पहले प्रलंबित बिलों का भुगतान होने का भरोसा देने के बाद ठेकेदारों ने काम शुरू किया था। गुरुवार को 150 करोड़ में से केवल 20 करोड़ जारी होने से ठेकेदारों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। ठेकेदारों ने तुरंत सदर स्थित नागपुर कांट्रेक्टर एसोसिएशन के कार्यालय में बैठक की और शुक्रवार से काम नहीं करने का निर्णय लिया।
बैठक में संजय मैंद, संजय गिल्लोरकर, शिरीष गोडे, महेंद्र कांबले, राकेश असाटी, अनिकेत डांगरे, राजीव भांगे, प्रशांत जाणे, संभाजी जाधव, प्रशांत मद्दीवार, दिलीप टिपले, मुकुल साबले, दिनेश मंत्री, अतुल कलोटी, बिपिन बंसोड़, प्रशांत पांडे, पी एन नायडू, अनिल शंभरकर, नरेश खुमकर, अभिजीत आदमने, गिरीश अग्रवाल, प्रवीण खोबरागड़े, मासूमारे, सौरभ खंडेलवाल, साबिर शेख, अर्पित नागे, अद्वैत घुडे, मोबिन, अनिल धपसे, पटेल आदि ठेकेदार उपस्थित थे।
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सरकार ने भद्दा मजाक किया
कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबोध सरोदे व सचिव रुपेश रणदिवे ने कहा कि महज 20 करोड़ जारी करके सरकार ने हमारे साथ भद्दा मजाक किया है। मुख्यमंत्री ने कम से कम 100 करोड़ जारी करने का वादा किया था। सरकार ने ठेकेदारों के साथ विश्वासघात किया है। ठेकेदार कर्ज लेकर काम कर रहे है। पिछले दो साल से भुगतान नहीं हुआ है। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री सचिवालय जाकर मुख्यमंत्री को निवेदन देंगे। जब तक प्रलंबित बिलों का भुगतान नहीं होता, तब तक काम बंद रखने की चेतावनी उन्होंने दी।
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विधान भवन, रामगिरी, देवगिरी के काम होंगे प्रभावित
काम बंद का असर विधान भवन, मुख्यमंत्री निवास रामगिरी, उपमुख्यमंत्री निवास देवगिरी, विजयगढ़, रवि भवन, नाग भवन, मुख्यमंत्री सचिवालय, विधायक निवास की दुरुस्ती पर पड़ेगा। सचिवों के लिए चमकाए जा रहे गेस्ट हाउस व इमारतों का काम भी प्रभावित होगा।
अधिकारियों पर अब भरोसा नहीं
नागपुर कांट्रैक्टर एसोसिएशन का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता संभाजी माने, अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे, कार्यकारी अभियंता लक्ष्मीकांत राउलकर ने बार-बार भरोसा दिया कि काम शुरू करे, अधिक से अधिक भुगतान होगा। अब अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। हमारे साथ धोखा हुआ है। श्री सरोदे ने कहा कि शुक्रवार को एसोसिएशन के पदाधिकारी घूम-घूमकर काम बंद करने का भी आह्वान करेंगे।
Created On :   20 Nov 2025 8:53 PM IST












