Nagpur News: विधानपरिषद चुनाव - कांग्रेस की टीम तैयार, सतेज पाटील विभागीय समन्वयक नियुक्त

विधानपरिषद चुनाव - कांग्रेस की टीम तैयार, सतेज पाटील विभागीय समन्वयक नियुक्त
  • छह जिलों के लिए अलग-अलग समन्वयकों की नियुक्ति
  • विधानपरिषद चुनाव के लिए कांग्रेस की टीम तैयार

Nagpur News. विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी संगठनात्मक टीम का गठन कर लिया है। विधानपरिषद में कांग्रेस के गटनेता सतेज पाटील को इस क्षेत्र का चुनाव समन्वयक नियुक्त किया गया है।

इसके अलावा छह जिलों के लिए अलग-अलग समन्वयकों की नियुक्ति की गई है

  • नागपुर : डॉ. सुनील देशमुख
  • चंद्रपुर : माणिकराव ठाकरे (पूर्व प्रदेशाध्यक्ष)
  • गोंदिया : अतुल कोटेचा (प्रदेश महासचिव)
  • वर्धा : पूर्व मंत्री वसंत पूरके
  • भंडारा : वजाहत मिर्जा (वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष)
  • गडचिरोली : सचिन नाइक (वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष)

प्रतिष्ठा का चुनाव

वर्तमान में इस क्षेत्र से कांग्रेस के अभिजीत वंजारी विधानपरिषद में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इससे पूर्व यह सीट जनसंघ और बाद में भाजपा के कब्जे में रही है। चुनाव के लिए मतदाता पंजीयन कार्य शुरू हो चुका है और दिसंबर में अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। यह चुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय माना जा रहा है।

भाजपा अपनी खोई हुई सीट को वापस पाने की कोशिश में जुट गई है। पार्टी ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पूर्व विधायक सुधाकर कोहले को मतदाता पंजीयन कार्य का प्रमुख तथा सुधीर दिवे को सह-प्रमुख नियुक्त किया गया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें ले चुके हैं।

दूसरी ओर, कांग्रेस की ओर से पुनः अभिजीत वंजारी को ही उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है। वंजारी ने जिले स्तर पर संगठन सुदृढ़ीकरण और चुनाव तैयारी से जुड़े कार्यों की शुरुआत कर दी है। वे शैक्षणिक, सहकार और वित्तीय संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं।

क्षेत्रीय संगठन भी सक्रिय

कांग्रेस और भाजपा के अलावा क्षेत्रीय व आंबेडकरवादी संगठन भी चुनावी तैयारी में जुट गए हैं। बहुजनवादी संगठनों के बीच संभावित उम्मीदवारों को लेकर प्रारंभिक चर्चा शुरू हो चुकी है। दीपावली के बाद चुनावी सरगर्मी बढ़ने की संभावना है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार यह चुनाव रणनीति आधारित होता है, जहां खुले प्रचार की बजाय प्रत्यक्ष मतदाता संपर्क अधिक प्रभावी रहता है। इस बार दल आधुनिक तकनीक का भी अधिक उपयोग करेंगे और मतदाता संपर्क के नए प्रयोग देखने को मिल सकते हैं।

Created On :   12 Oct 2025 7:44 PM IST

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