Nagpur News: सुप्रिया सुले ने कहा - इन्फोसिस जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियों में अब हजारों नौकरियां घटने की संभावना, आर्थिक स्थिति चिंताजनक

सुप्रिया सुले ने कहा - इन्फोसिस जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियों में अब हजारों नौकरियां घटने की संभावना, आर्थिक स्थिति चिंताजनक
  • सरकारी जमीन बेचने का प्रयास, भाजपा का हुआ कांग्रेसीकरण – सांसद सुले
  • शिवभोजन योजना पर बकाया, संचालिकाओं की परेशानी
  • राज्य में बढ़ रहे अपराध, पुणे की स्थिति चिंताजनक
  • इन्फोसिस जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियों में भी अब हजारों नौकरियां घटने की संभावना है

Nagpur News. राकांपा (शरद पवार गुट) की नेता एवं सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इन्फोसिस जैसी सॉफ्टवेयर कंपनियों में भी अब हजारों नौकरियां घटने की संभावना है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अब सरकारी जमीन बेचने की कोशिश कर रही है। फिस्कल मैनेजमेंट एक्ट के तहत महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था संकटग्रस्त है। रविवार को नागपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि जैसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के समय राजनीतिक मतभेद भुलाकर सब एकजुट हुए थे, वैसे ही अब राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति सुधारने के लिए भी सबको साथ आना चाहिए।

विदेश भागे बदमाश की जांच जरूरी – सुले

सुले ने पुणे के अपराधी नीलेश घायवल के विदेश भागने के मामले की जांच के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का निर्णय सही है। फर्जी पासपोर्ट पर देश से बाहर जाना गंभीर अपराध है। पासपोर्ट का मामला केंद्र सरकार से जुड़ा है। इससे यह साफ होगा कि महाराष्ट्र में कितनी गंभीर घटनाएं घट रही हैं।”


शिवभोजन योजना पर बकाया, संचालिकाओं की परेशानी

सुले ने कहा कि शिवभोजन योजना का मामला गंभीर होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला संचालक संगठन की सदस्य उनसे मिलीं और बताया कि उन्हें आठ माह से भुगतान नहीं मिला है। सुले ने कहा कि “महिलाएं पूछ रही हैं कि क्या अब उन्हें आत्महत्या करनी पड़ेगी? मैं मुंबई लौटते ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगी।”

राज्य में बढ़ रहे अपराध, पुणे की स्थिति चिंताजनक

सुले ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, जिनमें पुणे सबसे आगे है। पुणे शिक्षा का केंद्र है, जनसंख्या बढ़ रही है और उसी के साथ अपराध भी। इस पर राज्य के गृहमंत्री को जवाब देना होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार आर्थिक स्थिति को लेकर अलग-अलग आंकड़े दे रही है, लेकिन देश में सबसे अधिक कर्ज महाराष्ट्र पर है।

राज्य के मंत्री भी यह स्वीकार कर रहे हैं कि उनकी निधियों में कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय बनाया गया एफआरपीएफ कानून वित्तीय अनुशासन के लिए था, जबकि मनमोहन सिंह सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर किया था।

“भाजपा का हुआ कांग्रेसीकरण”

सुले ने कहा, “आज की भाजपा पहले जैसी संस्कारी और विचारनिष्ठ पार्टी नहीं रही। अब उसमें कोई ‘ओरिजनल’ नहीं बचा। हम वाजपेयी और सुषमा स्वराज जैसे नेताओं का सम्मान करते हैं। हालांकि हमारी विचारधारा अलग रही, लेकिन संसद में सुषमा जी के भाषण प्रेरणादायक होते थे। आज संसद की विज़िटर गैलरी से देखो तो साफ दिखता है कि भाजपा का कांग्रेसीकरण हो चुका है।”

गठबंधन और चुनाव पर स्पष्टता जल्द

  • स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर सुले ने कहा कि अब तक ये चुनाव एकत्र रूप से नहीं लड़े गए हैं।
  • उन्होंने कहा कि यह चुनाव मुख्यतः कार्यकर्ताओं का चुनाव होता है।
  • महाविकास आघाड़ी और राकांपा (शरद गुट) के बीच गठबंधन की स्थिति जल्द स्पष्ट की जाएगी।

किसानों से कर्जवसूली रोकें – सुले

सुले ने कहा कि किसानों पर पहले से ही संकट बना हुआ है, ऐसे में सरकार को कर्जवसूली स्थगित करनी चाहिए। “यह राजनीति करने का समय नहीं, बल्कि मानवता दिखाने का समय है। सभी को मिलकर किसानों की मदद करनी चाहिए,” उन्होंने कहा।

Created On :   12 Oct 2025 7:27 PM IST

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