Nagpur News: गूंजा विश्व बंधुत्व का स्वर - यूनिवर्सिटी ने रचा इतिहास, राष्ट्रसंत को श्रद्धांजलि स्वरूप 4 विश्व रिकॉर्ड दर्ज

गूंजा विश्व बंधुत्व का स्वर - यूनिवर्सिटी ने रचा इतिहास, राष्ट्रसंत को श्रद्धांजलि स्वरूप 4 विश्व रिकॉर्ड दर्ज
  • राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज की 57वीं पुण्यतिथि पर भव्य आयोजन
  • छात्रों की ऐतिहासिक भागीदारी
  • राष्ट्रभक्ति का संदेश देने आयोजन
  • मानवता के धर्म का अनुसरण ही सच्ची श्रद्धांजलि : गडकरी

Nagpur News. शहर में शनिवार की सुबह एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। "या भारतात बंधुभाव नित्य वसु दे...' इस गीत के स्वरों से राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय का परिसर गूंज उठा। विवि के संस्थापक प्रेरणास्रोत राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज की 57वीं पुण्यतिथि पर यह आयोजन किया गया था। इस आयोजन ने मानवता और एकता का अनोखा संदेश देते हुए इतिहास रच दिया। विश्वविद्यालय ने एक साथ चार विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए, जिनमें ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ भी शामिल है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर स्थित जमनालाल बजाज प्रशासकीय भवन के निकट विशाल मैदान में आयोजित किया गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हास्य कलाकार भारत गणेशपुरे सहित अनेक मान्यवरों की उपस्थिति में यह आयोजन भव्यता से संपन्न हुआ।


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छात्रों की ऐतिहासिक भागीदारी

राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज की 57वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस सामूहिक गायन कार्यक्रम को विद्यार्थियों ने अभूतपूर्व प्रतिसाद दिया। महज कुछ ही दिनों में 52 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें 16 हजार से अधिक लोग मैदान में उपस्थित रहे, जबकि 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़कर सहभागिता निभाई। विश्वविद्यालय ने ‘एक ही गीत गाते हुए सर्वाधिक लोगों के ऑनलाइन वीडियो एल्बम’ के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड मात्र 5 हजार प्रतिभागियों के नाम था, जिसे विश्वविद्यालय ने पीछे छोड़ दिया। गिनीज की प्रतिनिधि एमा ब्रेन (इंग्लैंड) ने मंच से औपचारिक रूप से रिकॉर्ड की घोषणा की और उपकुलगुरु डॉ. माधवी खोडे चवरे व आयोजन समिति को प्रमाणपत्र प्रदान किया।

मानवता के धर्म का अनुसरण ही सच्ची श्रद्धांजलि : गडकरी

कार्यक्रम में मार्गदर्शन करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि जब विश्व संघर्ष की स्थिति में है, तब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का मानवता और राष्ट्रीय एकता का संदेश पहले से अधिक प्रासंगिक हो गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म, जाति या पंथ से बड़ा धर्म मानवता का है और यही राष्ट्रसंत के विचारों का सार है। गडकरी ने कहा कि राष्ट्रसंत के सिद्धांतों का अनुसरण ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने विश्वविद्यालय को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी।


‘ग्रामगीता’ से जीवनदर्शन : गणेशपुरे

हास्य कलाकार भारत गणेशपुरे ने अपने सहज और विनोदी शैली में ‘ग्रामगीता’ के श्लोकों के माध्यम से जीवन का दर्शन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कैसे राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज ने सांसारिक उलझनों में फंसे मनुष्य को आत्मबोध और कर्म पथ का मार्ग दिखाया। गणेशपुरे ने कहा कि महाराज ने जीवन को सरल, सच्चा और समर्पित बनाने का जो संदेश दिया, वह आज भी युवाओं के लिए दिशा-प्रदर्शक है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा -‘जो भी करो, पूरे मन से करो, तभी जीवन सार्थक बनेगा।'

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राष्ट्रभक्ति का संदेश देने आयोजन

उपकुलगुरु डॉ. माधवी खोडे चवरे ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि यह आयोजन युवा पीढ़ी में राष्ट्रसंत के मानवता, भाईचारे और राष्ट्रभक्ति के संदेश को जीवंत करने के लिए आयोजित किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. समय बंसोड़ ने बताया कि यह वही गीत है, जो राष्ट्रसंत ने 1947 के स्वतंत्रता दिवस पर स्वयं गाया था। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमृता इंदुरकर ने किया और आभार प्रदर्शन कुलसचिव डॉ. राजू हिवसे ने किया।


4 रिकॉर्ड्स इस प्रकार

  • गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स : सबसे ज़्यादा ऑनलाइन वीडियो 15,403
  • वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक ऑफ इंडिया : विश्वविद्यालय गान गाने में भाग लेने वाले छात्र 27,535 (वास्तविक छात्र - 13,133, ऑनलाइन भागीदारी 15,402)
  • एशिया रिकॉर्ड्स बुक ऑफ इंडिया : विश्वविद्यालय गान गाने में भाग लेने वाले छात्र - 27,535 (वास्तविक छात्र - 13,133, ऑनलाइन भागीदारी - 15,402)
  • इंडिया रिकॉर्ड बुक ऑफ इंडिया : विश्वविद्यालय गान में भाग लेने वाले छात्र - 27,535 (व्यक्तिगत रूप से भाग लेने वाले छात्र - 13,133, ऑनलाइन भागीदारी - 15,402)

Created On :   12 Oct 2025 6:21 PM IST

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