Nagpur News: नागपुर बनेगा मेडिकल रिसर्च हब, वैरिएबल एनर्जी सायक्लोट्रॉन सेंटर की तैयारी

नागपुर बनेगा मेडिकल रिसर्च हब, वैरिएबल एनर्जी सायक्लोट्रॉन सेंटर की तैयारी
  • कोलकाता से लौटी पांच सदस्यीय टीम
  • सीएम के निर्देश पर जिलाधिकारी ने बनाई थी टीम

Nasgpur News उपराजधानी को मेडिकल रिसर्च हब की नई पहचान मिलने वाली है। नागपुर में ‘वैरिएबल एनर्जी सायक्लोट्रॉन सेंटर' (वीईसीसी) बनेगा। इसके लिए गठित कमेटी ने हाल ही में वीईसीसी कोलकाता का दौरा करके सभी बारीकियों की जानकारी ली। नागपुर में प्रस्तावित वीईसीसी में अत्याधुनिक अनुसंधान और चिकित्सा सुविधा होगी। इसका उद्देश्य कैंसर का उपचार, रेडियोआइसोटोप्स उत्पाद के साथ ही औद्योगिक व शिक्षा क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देना है। जल्द ही एक बैठक करके अगले चरण पर चर्चा होगी। साल के अंत तक भूमि आवंटन प्रक्रिया व डीपीआर तैयार होने का अनुमान है।

सीएम ने निर्देश दिए थे : उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दो महीने पहले नागपुर के महत्वपूर्ण संस्थान प्रमुखों की बैठक ली थी। इसमें उन्होंने जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर को वीईसीसी का प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया गया था। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी। गठित कमेटी में नागपुर के मेडिकल, मेयो, वीएनआईटी, एम्स, एनसीआई के प्रमुख शामिल हैं।

रेडियोआइसोटोप्स का होगा उत्पादन : साइक्लोट्रॉन एक प्रकार का कण त्वरक (पार्टिकल एक्ससेलेरेटर) होता है। इसका उपयोग रेडियोआइसोटोप्स के उत्पादन में होता है। यह कैंसर की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा साइक्लोट्रॉन का उपयोग परमाणु अनुसंधान, इलेक्ट्रॉनिक्स, धातुकर्म, खाद्य संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी होता है।

उफउइ मिहान के आस-पास हो सकता है सेंटर : नागपुर में स्थापित सेंटर में विदर्भ, मध्यभारत व मराठवाड़ा के कैंसर रोगियों को अत्याधुनिक उपचार सुविधाएं मिल सकेगी। यह सेंटर शहर सीमा से बाहर बनाया जाता है। इसकी स्थापना के लिए करीब 50 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। इसकी अनुमानित लागत 200 करोड़ रुपए बतायी जा रही है। मिहान के आसपास यह सेंटर स्थापित होने की संभावना व्यक्त की गई है। 2026 में निर्माण शुरू करने की दिशा में प्रयास जारी हैं।

अनुसंधान और चिकित्सा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर : इस सेंटर से कैंसर उपचार में सुधार होगा। रेडियोआइसोटोप्स की स्थानीय उपलब्धता से पीईटी (पेट) स्कैन और रेडियोथेरेपी जैसे अत्याधुनिक उपचार सुलभ होंगे। वर्तमान में रेडियोआइसोटोप्स मुंबई या हैदराबाद से आयात किया जाता है। इससे पीईटी स्कैन महंगा होता है। यह सेंटर बनने से तकनीक, अनुसंधान और चिकित्सा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। वीईसीसी सेंटर स्थापित करनेवाला नागपुर राज्य का दूसरा शहर होगा। देश भर में ऐसे गिने-चुने सेंटर हैं। कोलकाता में 2, मुंबई में 3, दिल्ली में 1 व इंदौर में 1 सेंटर है।


Created On :   14 May 2025 1:45 PM IST

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