Nagpur News: नागपुर शहर में 19 प्रकार की सुपारियों का कारोबार

नागपुर शहर में 19 प्रकार की सुपारियों का कारोबार
  • रोजाना करोड़ों की खपत
  • सल्फर की भट्ठियों में पकाकर चमकाई जाती है सड़ी सुपारी

Nagpur News सड़ी सुपारी के इस्तेमाल से बनने वाले गुटखा उत्पादों पर राज्य सरकार अब पूरी तरह सख्त हो गई है। सरकार अवैध गुटखा व्यापार को रोकने के लिए मकोका लगाने पर विचार कर रही है। नागपुर में रोजाना करोड़ों की सड़ी सुपारी का अवैध कारोबार चल रहा है, जिसका उपयोग गुटखा, खर्रा और पान मसाला बनाने में हो रहा है। इससे लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही ट्रांसपोर्ट सिंडीकेट के बारे में पुलिस छानबीन शुरू करेगी। कई कारोबारी व ट्रांसपोर्ट सिंडीकेट क्राइम ब्रांच की रडार पर हैं।

ऑपरेशन थंडर से खलबली : शहर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल के ‘ऑपरेशन थंडर’ अंतर्गत गुटखा और सड़ी सुपारी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में वाड़ी, प्रताप नगर समेत कई क्षेत्रों में बड़ी कार्रवाई की गई है, जहां से भारी मात्रा में गुटखा और सुगंधित तंबाकू जब्त किया गया। सूत्रों के अनुसार नागपुर में 19 से भी अधिक प्रकार की सुपारियां देश-विदेश से आयात होती हैं। इंडोनेशिया से इंडो गोटा, इंडो फाली, लाली, थाईलैंड से थाई गोटा, थाई फाली, म्यांमार से बर्मा गोटा, बर्मा फाली, अंडमान निकोबार से काला पानी और श्रीलंका से बी-1, बी-2, बी-3, आपी, रास, मोती, जाम, जिनी, पचराम शामिल हैं। केरल-कर्नाटक से रोठा, काला गड्डा, चिकनी तथा असम गड्डा भी नागपुर पहुंच रही हैं। इनमें से कई प्रकार की सुपारियां पूरी तरह सड़ी हुई होती हैं, जिन्हें सल्फर की भट्ठियों में पकाकर चमकदार बनाया जाता है। एफडीए के अधिकारी ने इसके पहले जब्त सुपारी को कहां नष्ट किया या किस गोदाम में रखी गई, इस बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

प्रति बोरी 100 रुपए पकाई : सूत्रों के अनुसार नागपुर में कई स्थानों पर सल्फर भट्ठियां संचालित हो रही हैं। एक बोरी सुपारी पकाने के लिए 100 रुपए वसूले जाते हैं। बंटी, मौर्या, नितीन समेत कई लोग ऐसी भट्ठियों का संचालन कर रहे हैं। प्रोसेस के बाद यह चमकीली सुपारी गुटखा, मीठी सुपारी, खर्रा और अन्य तंबाकू उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को भेजी जाती हैं, जहां भारी मात्रा में इत्र मिलाकर इसे आकर्षक और सुगंधित बनाया जाता है। व्यापारी विदेश से आने वाली सड़ी सुपारी 120 रुपए प्रति किलो खरीदते हैं और नागपुर में 400 रुपए से अधिक कीमत पर बेचते हैं। इस अवैध धंधे में मुनीर, चामडिया, मुन्नान, राजू, इमरान, किशोर, अशपाक, अन्ना, चामडिया के कई रिश्तेदार समेत कई बड़े कारोबारियों के नाम सुपारी मार्केट में चर्चा का विषय हैं। ये जीएसटी की भारी चोरी भी कर रहे हैं, जिससे सरकार को हर माह करोड़ों की चपत लग रही है।

डीबी स्क्वॉड की भूमिका पर सवाल : आला अफसरों को अब संबंधित थाने द्वारा कार्रवाई करने के बजाय दूसरी टीमों को तैयार करना पड़ रहा है। पारडी, वाड़ी, वड़धामना क्षेत्रों में सड़ी सुपारी के बड़े गोदाम और कोल्ड स्टोरेज संचालित हैं। इसकी स्थानीय लोगों को जानकारी है, लेकिन संबंधित थानों के डीबी स्क्वॉड अनभिज्ञ हैं। आला अफसरों द्वारा डीबी स्क्वॉड के शैलेश, शुभम व अन्य संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच करने के संकेत मिले हैं। सड़ी सुपारी के कारोबारियों में खलबली मची हुई है।

माल कोलकाता, असम भेजा जाता था : कारखाना परिसर में खड़े एक ट्रक से 25 टन और दो कमरों से 2 टन सहित कुल 27 टन गोवंश की खालें, सींग, सिर, पूंछें, कान सहित अन्य अवशेष बरामद किए गए। कार्यकर्ताओं ने परिसर में खड़े पांच वाहनों की तोड़फोड़ भी कर दी। सूचना मिलते ही क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम व कपिल नगर के वरिष्ठ थानेदार सतीश आडे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्राथमिक जांच में पता चला कि, यह कारखाना अवैध रूप से चल रहा था और मालिक कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। पुलिस को यह भी पता चला है कि, यहां से माल कोलकाता और असम भेजा जाता था, जिसकी पुष्टि अभी जांच में की जाएगी। थानेदार आडे के अनुसार कारखाना 1996-97 से चल रहा था।

Created On :   21 Nov 2025 1:30 PM IST

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