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Nagpur News: निर्माण कार्य पर महंगाई की मार , सोने के भाव हुई रेत , अटके हैं कई कार्य

Nagpur News केंद्र सरकार ने जीएसटी घटाकर सीमेंट और अन्य सामग्री के दाम तो कम कर दिए हैं, लेकिन किसी भी निर्माणकार्य में लगने वाला अहम साधन रेत के दाम पर नियंत्रण नहीं ला पायी है। पिछले 1 माह में रेत के दाम में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। भवन निर्माण सामग्री, खासकर रेत (बालू) के दामों में 20-50% तक की बढ़ोतरी देखी जा रही है। जिस प्रकार कीमती धातु सोने के दाम बेलगाम हो चुके हैं, उसी प्रकार रेत के दाम भी काफी बढ़ गए हैं। त्योहारी सीजन के बीच मांग बढ़ने और नदी खनन पर सख्ती के परिणामस्वरूप कई छोटे-बड़े निर्माण प्रोजेक्ट्स रुक गए हैं या धीमे हो गए हैं। नागपुर में रेत की सप्लाई चेन प्रभावित है तथा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राज्य से आयात पर निर्भर हो गई है। 700 फीट भरती वाला रेत का ट्रक अब 75,000 से 80,000 रुपए में आ रहा है। इसके विपरीत सीमेंट के दाम में 15 से 20 रुपए प्रति बैग की गिरावट आई है।
दाम बढ़ने का प्रमुख कारण : महाराष्ट्र सरकार ने विदर्भ की नदियों (वैनगंगा, वर्धा) में अवैध खनन रोकने के लिए सख्ती बरती है। पर्यावरण मंजूरी के बिना खनन बंद है, जिससे सप्लाई 30% घट गई है। इससे नागपुर जिले में 50+ खनन साइट्स प्रभावित हुई हैं। अन्य राज्यों से आयात करने पर ट्रांसपोर्ट कॉस्ट 20% से ज्यादा बढ़ गई है।
मिडिल क्लास प्रभावित : रेत के दाम बढ़ने से शहर के रेसिडेंशियल एरिया में 20-30% घरों के निर्माण रुक गए है। निर्माण की कॉस्ट 15-25% बढ़ गई है, जिससे मिडिल क्लास प्रभावित हो रहा है।
Created On :   7 Oct 2025 12:31 PM IST