Nagpur News: शिक्षा की राह - व्यावसायिक और कौशल आधारित कोर्स में 235 कैदियों ने दी परीक्षा

शिक्षा की राह - व्यावसायिक और कौशल आधारित कोर्स में 235 कैदियों ने दी परीक्षा
  • व्यावसायिक और कौशल आधारित कोर्स
  • शिक्षा से बदलाव की ओर

Nagpur News. जेल का नाम सुनते ही मन में पश्चाताप की तस्वीरें उभरती हैं। पर नागपुर की मध्यवर्ती कारागृह से एक ऐसी रोशनी निकल रही है, जो कई बंदियों की ज़िंदगी के लिए नई किरण बन रही है। साल 2024-25 में नागपुर जेल के कुल 235 बंदियों ने शिक्षा की राह चुनी। बंदियों ने अलग-अलग शैक्षणिक और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया और जेल में रहते हुए परीक्षा दी। यह पहल जेल प्रशासन और विश्वविद्यालयों की मदद से बंदियों को एक नया जीवन देने की दिशा में अहम कदम है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के तहत


व्यावसायिक और कौशल आधारित कोर्स

बंदियों को रोजगार योग्य बनाने के लिए विभिन्न कौशल आधारित कोर्स भी करवाए जा रहे हैं

शिक्षा से बदलाव की ओर

हर कोर्स, हर किताब, हर परीक्षा सिर्फ एक शैक्षणिक उपलब्धि नहीं, बल्कि उन बंदियों के लिए नई शुरुआत की चाबी है। उन्होंने न सिर्फ पेन और कॉपी उठाया, बल्कि अपने अतीत की गलतियों को सुधारने का संकल्प भी लिया। जेल प्रशासन, विश्वविद्यालयों और सामाजिक संगठनों की साझेदारी से यह एक जीवंत उदाहरण बन चुका है कि सुधार संभव है, बदलाव संभव है।

नए जीवन की शुरुआत

जेल प्रशासन का यह प्रयास बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। यह दिखाता है कि जेल सिर्फ सजा देने की जगह नहीं, बल्कि सुधार और नए जीवन की शुरुआत का स्थान भी हो सकता है। जब कोई बंदी परीक्षा देता है, तो वो सिर्फ एक पेपर नहीं लिखता, वो अपने लिए एक नई उम्मीद, एक नई पहचान गढ़ता है। यह कहानी नागपुर जेल की नहीं, बल्कि इंसानियत, उम्मीद और हौसले की है, जहां अंधेरे में भी रास्ता है, और जहां शिक्षा, सबसे बड़ी रोशनी बनकर उभरती है।

Created On :   24 Jun 2025 7:53 PM IST

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