Nagpur News: फर्जी शालार्थ आईडी घोटाला, दो क्लर्क को साइबर पुलिस ने किया गिरफ्तार

फर्जी शालार्थ आईडी घोटाला, दो क्लर्क को साइबर पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • बोगस दस्तावेजों के जरिए रिश्तेदारों को नौकरी दिलवाई
  • न्यायालय ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा

Nagpur News फर्जी शालार्थ आईडी घोटाला में हर रोज नए- नए राज सामने आ रहे हैं। इस प्रकरण में साइबर पुलिस ने दो और क्लर्क को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सागर गणेशराव भागोले (35) बालाजी नगर मानेवाड़ा रोड और भरत शिवदास ढवले (54) हनुमान नगर वानाडोंगरी निवासी बताया गया है। दोनों आरोपियों को गुरुवार दोपहर दोनों को न्यायालय के समक्ष पेश किया। न्यायालय ने उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। चर्चा है कि सागर ने बोगस दस्तावेजों के जरिए अपने रिश्तेदारों को भी नौकरी दिलवाई है।

फर्जी शालार्थ आईडी बनाने का काम सागर को दिया था : बताया जाता है कि शिक्षण उपसंचालक उल्हास नरड़ और अधीक्षक नीलेश वाघमारे से मिलीभगत कर काम करते थे। साइबर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार साइबर थाने में दर्ज मामले में पुलिस ने पहले उल्हास नरड़ और क्लर्क सूरज नाइक को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके कार्यालय में कम्प्यूटरों की जांच करने पर आईपी एड्रेस की जांच करने पर नरड़ की आईडी का इस्तेमाल कर अनेक शालार्थ आईडी बनने की जानकारी सामने आई। इस मामले में सागर और भरत की भी भूमिका सामने आने पर उन्हें गुरुवार को गिरफ्तार किया गया।

आरोपी सागर निजी शाखा में क्लर्क था, कुछ वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर वेतन व भविष्य निर्वाह निधि विभाग में क्लर्क पद पर कार्यरत है, जहां पर नीलेश वाघमारे अधीक्षक के पद पर है। भरत उपसंचालक कार्यालय का क्लर्क बताया जाता है। नरड़ के निर्देशों पर शालार्थ आईडी बनाने का काम सागर को दिया गया था। पश्चात भरत भी इनके साथ जुड़ गया, उसने भी अनेक बोगस शालार्थ आईडी तैयार की थी, सूरज की गिरफ्तारी होने के बाद काम का जिम्मा भरत को दिया गया था।

Created On :   25 April 2025 1:21 PM IST

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