Nagpur News: थर्ड पार्टी ऑडिट के नाम पर इधर से उधर हो रही फाइल, किसी के पास कोई जवाब नहीं

थर्ड पार्टी ऑडिट के नाम पर इधर से उधर हो रही फाइल, किसी के पास कोई जवाब नहीं
  • विधान भवन के सामने की बिल्डिंग का मामला
  • काम कब पूरा होगा

Nagpur News. सरकार विधान भवन के सामने स्थित बहुमंजिला इमारत को खरीदना चाहती है। इमारत की कीमत को लेकर बात नहीं बनने पर थर्ड पार्टी ऑडिट कराने का निर्णय लिया गया था। लोक कर्म विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इसके लिए पीडब्ल्यूडी डिवीजन-2 का चयन करते हुए उन्हें संबंधित फाइल भेजी थी। डिविजन-2 ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की आैर फाइल वापस डिवीजन-1 को लौटा दी। यह फाइल पिछले एक साल से इधर से उधर हो रही है।

कीमत को लेकर चल रही तकरार

विधान भवन की सामने स्थित बहुमंजिला इमारत को सरकार ने सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक माना था। सरकार की आपत्ति के बाद बिल्डिंग का कई वर्षों से काम रुका हुआ है। सरकार ने इस बिल्डिंग को खरीदने का प्रस्ताव संबंधित बिल्डर को दिया था। पहले इस बिल्डिंग की कीमत 60 करोड़ 91 लाख आंकी गई थी। बिल्डर ने इसे नाकाफी बताने पर फिर से ऑडिट किया गया। लोक कर्म विभाग ने 69 करोड़ 23 लाख कीमत निकाली। इसे भी बिल्डर ने अपर्याप्त माना। जिसके बाद लोक कर्म विभाग ने थर्ड पार्टी ऑडिट कराने का निर्णय लिया था। पीडब्ल्यूडी ने बिल्डिंग मूल्यांकन की जिम्मेदारी डिवीजन-1 से लेकर डिवीजन-2 को दी थी। डिवीजन-1 से थर्ड पार्टी ऑडिट संबंधी फाइल डिवीजन-2 को भेजी गई थी। डिवीजन-2 ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की और पिछले महीने यह फाइल डिवीजन-1 को वापस भेज दी। अब डिवीजन-1 विशेष टिप्पणी के साथ इस फाइल को पुन: डिवीजन-2 को भेजने की तैयारी में है।

सरकारी काम की सुस्त गति

सरकारी काम की गति कितनी धीमी होती है, यह इस काम से पता चलता है। वर्षों पहले बिल्डिंग का काम रोक दिया गया था। बिल्डिंग खरीदने की बात कई वर्षों से चल रही है। फाइल व पत्राचार में ही समय गुजर रहा है। जितना समय ज्यादा लग रहा है, इमारत का बाजारमूल्य बढ़ रहा है। इमारत का वैल्यूएशन (मूल्यांकन) कब तक पूरा होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

फाइल देखता हूं

इसी महीने पीडब्ल्यूडी में इंजीनियरों के बड़े पैमाने पर तबादले हुए। शाखा अभियंताआें से लेकर कार्यकारी अभियंताआें के तबादले हुए है। हर डिवीजन में नए इंजीनियर आए हैं। हाल ही में पदस्थ हुए इंजीनियर फाइल देखता हूं, का जवाब दे रहे हैं। कई इंजीनियरों को थर्ड पार्टी ऑडिट की बात भी पता नहीं है।


Created On :   22 Jun 2025 7:59 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story