Nagpur News: विदर्भ में सक्रिय हुआ मानसून , आगामी दिनों में भारी वर्षा का अनुमान

  • खेती-किसानी को बेहद फायदा होने की उम्मीद
  • कई स्थानों पर हो सकती है मध्यम से भारी वर्षा

Nagpur News विदर्भ में जुलाई माह के पहले दस दिन में ही अच्छी मानसूनी बारिश दर्ज हुई है। नागपुर, भंडारा और गड़चिरोली में तो सामान्य से पचास फीसदी तक ज्यादा वर्षा हो चुकी है। इससे खेती-किसानी को बेहद फायदा होने की बात कही जा रही है। क्षेत्रीय मौसम केंद्र नागपुर के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून विदर्भ क्षेत्र में अभी भी काफी सक्रिय बना हुआ है। इस वजह से पिछले पांच दिन से कई जिलों में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई है। विशेष रूप से नागपुर में 9 जुलाई 2025 की सुबह 08:30 तक (24 घंटे का आंकड़ा) 202.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। यह हाल के वर्षों में जुलाई महीने की 24 घंटों में सर्वाधिक वर्षा का आंकड़ा है। वहीं, पिछले चौबीस घंटों की बात की जाए तो आंकड़ा 20.4 मिमी पर टिका रहा।

द्रोणिका सामान्य स्थान के उत्तर में :नागपुर के क्षेत्रीय मौसम केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. रिज़वान अहमद के मुताबिक इस तीव्र वर्षा का मुख्य कारण उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र के साथ-साथ मानसूनी द्रोणिका का अपने सामान्य स्थान के उत्तर में स्थित होना है। यह पूर्व और मध्य भारत तक फैला हुआ है। इस संयोग से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मध्य भारत की ओर प्रबल नमी प्रवाह हो रहा है, जिसके कारण विदर्भ और छत्तीसगढ़ क्षेत्र में गहरे बादल और प्रबल संवहनात्मक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं।

भारी वर्षा का पूर्वानुमान : गौरतलब है कि, नागपुर में जुलाई महीने में औसतन 347.7 मिमी वर्षा होती है। यहां जुलाई महीने की अब तक की सर्वाधिक 24 घंटे की वर्षा 12 जुलाई 1994 को 304 मिमी दर्ज की गई थी। पिछले दशक में जुलाई माह की एक दिन की सबसे अधिक वर्षा 7 जुलाई 2018 को 282 मिमी रही थी। नवीनतम मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 3 से 4 दिन तक विदर्भ में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। कई स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा तथा कुछ भागों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका है। इससे शहरी क्षेत्रों में जलभराव, निचले इलाकों में पानी जमा होने तथा दैनिक जनजीवन में बाधा उत्पन्न हो सकती है। विशेषकर नागपुर, चंद्रपुर, वर्धा और भंडारा में स्थिति ज्यादा गंभीर हो सकती है।

जुलाई माह में मौसम

सर्वाधिक कुल मासिक वर्षा 678.9 मि.मी. साल 1994 में दर्ज की गई थी।

24 घंटे में सर्वाधिक वर्षा 304 मि.मी. 12 जुलाई 1994 को दर्ज की गई थी।

अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस 2 जुलाई 2014 और 11 जुलाई 1992 को किया गया था।

न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस 13 जुलाई 2014 और 13 जुलाई 1992 को दर्ज किया गया था।

विदर्भ में 1 जून से 10 जुलाई 2025 तक वर्षा (मिलीमीटर में)

जिला वास्तविक सामान्य औसत (% में)

अकोला 211.4 209.6 1

अमरावती 220.2 231 -5

भंडारा 460.9 289.4 59

बुलढाणा 243.2 197 23

चंद्रपुर 437.2 299.7 46

गड़चिरोली 522.3 342 53

गोंदिया 435.8 313.5 39

नागपुर 420.6 270.7 55

वर्धा 328.7 253.9 29

वाशिम 259.5 245.7 6

यवतमाल 325.6 251.4 30

विदर्भ 358 266.9 34


Created On :   11 July 2025 11:04 AM IST

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