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नागपुर: विचारों के लिए संघर्ष को तैयार रहना होगा
- राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले का बयान
- विचारों के लिए संघर्ष को तैयार रहना होगा
डिजिटल डेस्क, नागपुर. राकांपा की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने रविवार को शहर में पार्टी पदाधिकारियों के अलावा विविध क्षेत्रों के जानकारों से चर्चा की। विशेषकर विदर्भ में राजनीतिक व सामाजिक स्थिति पर उन्होंने पदाधिकारियों से विचार साझा करने को कहा। संगठन को मजबूत करने के लिए सुझाव भी मांगे। सबसे पहले स्वागत लॉन सिविल लाइंस में नागपुर व भंडारा लोकसभा क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा की।
नए सिरे से काम करना होगा : सुले ने कहा कि राकांपा को मजबूत करने के लिए सभी को नए सिरे से काम करना हाेगा। बड़े नेता भले ही सत्ता के साथ चले गए, लेकिन युवा व महिला कार्यकर्ताओं के भरोसे संगठन को पहले से अधिक सक्षम बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में विचारों के लिए सदैव संघर्ष को तैयार रहना होगा। राकांपा के चिह्न को लेकर कई चर्चाएं सुनी जा रही हैं, लेकिन कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी जानते हैं कि राकांपा शरद पवार की बनाई हुई पार्टी है। पदाधिकारियों की बैठक में सलिल देशमुख, दुनेश्वर पेठे सहित सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे।
संगठन पर जोर : पदाधिकारी संवाद कार्यक्रम के बाद सुले ने गैर राजनीतिक लोगों से वैचारिक चर्चा की। रविभवन में चर्चा बैठक के लिए गांधीवादी नेता लीलाताई चितले, पूर्व महापौर कुंदा विजयकर, विजय जावंधिया, अरुणा सबाने, प्रमोद मुनघाटे, विलास भोंगाडे, संध्या राजुरकर, नब्बू शेख, त्रिशरण सहारे, अशाेक सरस्वती सहित अन्य शामिल थे। कृषि, चिकित्सा, सिंचाई के अलावा सामाजिक विषयों के इन जानकारों से विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा में इस बात पर जोर दिया गया कि बदली हुई राजनीतिक स्थिति में विपक्ष को संगठित रहना होगा। विपक्ष के इंडिया गठबंधन में दलित, अल्पसंख्यक व अन्य वर्ग को प्रतिनिधित्व पर जोर देना होगा।
Created On :   2 Oct 2023 5:51 PM IST