शांति मार्च - कर्नाटक में जैनाचार्य की हत्या का विरोध, संतों के साथ सड़क पर उतरा समाज

शांति मार्च - कर्नाटक में जैनाचार्य की हत्या का विरोध, संतों के साथ सड़क पर उतरा समाज
  • सड़क पर उतरा समाज
  • जैनाचार्य की हत्या का विरोध
  • कर्नाटक में जैनाचार्य की हत्या का मामला

डिजिटल डेस्क, नागपुर. संत समाज की संपत्ति है। संत न होते तो संसार जल जाता। अगर आप मुनियों की रक्षा नहीं कर पाए तो धर्म भी आपकी रक्षा नहीं करेगा। मुनियों की रक्षा के लिए कमर कसें, धर्म आपकी रक्षा करेगा। यह आह्वान पार्श्वोदय तीर्थ प्रणेता बालयोगी ज्योतिपुंज आचार्यश्री सुवीरसागर गुरुदेव ने जैन समाज को संबोधित करते हुए किया। कर्नाटक में जैन आचार्य कामकुमारनंदी गुरुदेव की हत्या के विरोध में गुरुवार को विशाल शांति मार्च जैन आचार्यश्री सुवीरसागर गुरुदेव के सान्निध्य में निकाला गया जिसमें जैन समाज की महिला-पुरुष, युवा और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए। शांति मार्च संविधान चौक पर पहुंचने के बाद सभा में तब्दील हो गई जिसे आचार्यश्री सुवीरसागर ने संबोधित किया।

दिगंबर गुरु के कारण दिगंबरत्व की पहचान शांति मार्च गांधी पुतला, बडकस चौक से निकलकर गांधीबाग चौक, दोसर वैश्य चौक होते हुए संविधान चौक पहुंचा। शांति सभा को संबोधित करते हुए आचार्यश्री सुवीरसागर ने कहा कि भारत की भूमि भरत की हैं, तीर्थंकर आदिनाथ की हैं, भगवान महावीर की हैं, 24 तीर्थंकरों की हैं, संतों की भूमि हैं। जैन साधु किसी को पीड़ा नहीं पहुंचाते। मुनियों पर उपसर्ग करने वाले हमने ही पैदा किए। जैन मुनि संयम, महाव्रतों का पालन करते हैं। जैन मुनि रहेंगे तो जैन धर्म रहेगा। जैन मुनियों की हत्या करने वाले को समाज नहीं बख्शेगा। दिगंबर गुरु के कारण हमारी दिगंबरत्व की पहचान है। यह गर्व की बात है नागपुर सकल जैन समाज एक है।

महाराष्ट्र में साधु-संतों को सुरक्षा मिलें

आचार्यश्री ने कहा कि महाराष्ट्र में साधु-संतों को सुरक्षा मिलना चाहिए। साधु संत समाज की संपत्ति हैं। धर्म की रक्षा के लिए सभी को कमर कसना चाहिए। आचार्यश्री कामकुमारनंदी महाराज की निर्मम हत्या की गहन जांच होकर दोषियों को कानूनन सजा मिले, ताकि एेसी घटना की पुनरावृत्ति कोई न हो।

जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा

सकल जैन समाज के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी विपिन इटनकर को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कर्नाटक के राज्यपाल, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में संतोष जैन पेंढारी, अतुल कोटेचा, महेंद्र सिंघवी, पवन कान्हीवाड़ा, पवन झांझरी, आनंद जैन, राकेश पाटनी, डॉ. रिचा जैन का समावेश था।

सजा पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से चर्चा : पटोले

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि वे दोषियों की सजा के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से चर्चा करेंगे। भारतवर्षीय जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय महामंत्री संतोष जैन पेंढारी ने कहा कि जैन संतों को विहार और निवास के दौरान सुरक्षा मिलनी चाहिए। सकल जैन समाज के सदस्य अतुल कोटेचा ने कहा कि संतों को सुरक्षा प्रदान करने पर ही हमारी संस्कृति जिंदा रहेगी। आनंद जैन, दिलीप रांका, डॉ. रिचा जैन, महेंद्र सिंघवी, नागपुर महानगर के सरसंघचालक राजेश लोया, आशीष जय, दिलीप शिवणकर, हुकुमचंद सेठी ने भी घटना की कड़ी निंदा की। विधायक अभिजीत वंजारी ने शांति सभा में पहुंचकर घटना पर दुख जताया। संचालन शांति मोर्चा के संयोजक नितीन नखाते ने किया। इस अवसर पर नरेश पाटनी, महेंद्र कटारिया, मनीष छल्लानी, राकेश पाटनी, अशोक जर्मन, चंद्रकांत वेखंडे, प्रकाश मारवडकर, सतीश जैन पेंढारी, उदय जोहरापुरकर, अनिल जैन, दीपक पनवेलकर, कमलेश सिंघवी, अभयकुमार पनवेलकर, राजेंद्र बंड आदि उपस्थित थे।

Created On :   14 July 2023 6:47 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story