भारी नाराजगी: जनप्रतिनिधियों के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा, हालात देख सुरक्षाकर्मियों ने उपमुख्यमंत्री को सुरक्षा घेरे में लिया

जनप्रतिनिधियों के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा, हालात देख सुरक्षाकर्मियों ने उपमुख्यमंत्री को सुरक्षा घेरे में लिया
  • उपमुख्यमंत्री ने आक्रोशित व्यक्ति का हाथ अपनी तरफ खींचकर कहा- चल मैं तेरे घर आता हूं
  • शांत कराते रहे अधिकारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने रविवार सुबह प्रभावित इलाकों में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अफसर पहुंचे। उन्हें देख लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, उन्होंने जमकर नेताओं ओर प्रशासन को भला-बुरा कहा। लोगों का आरोप था कि शुक्रवार की रात हुई बारिश में उन्हें जो मदद चाहिए थी, वह नहीं मिली। व्यवस्था में सुधार करने के स्थान पर प्रशासन ने लोगों को उनके हालात पर छोड़ दिया। दो दिन बाद जब सब ठीक हो गया, इसके बाद अब जाकर अधिकारी और नेता दौरा करने पहुंच रहे हैं।

शांत कराते रहे अधिकारी

लोगों का गुस्सा देख सुरक्षाकर्मियों ने उपमुख्यमंत्री को सुरक्षा घेरे में लिया आैर लोगों को उनके करीब जाने से रोक दिया। मनपा आयुक्त, जिलाधीश व पुलिस अधिकारी लोगों को शांत करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन लोग मानने के मूड में नजर नहीं आ रहे थे। एक महिला गुस्से में उपमुख्यमंत्री के एकदम करीब पहुंची, जिसे सुरक्षा रक्षक ने रोक लिया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने भीड़ से ही एक पीड़ित व्यक्ति का हाथ खींचकर उसे अपनी तरफ खिंचा और उसे कहा नाराज मत हो, मैं तेरे घर आता हूं। उसका गुस्सा शांत करने का प्रयास किया। सब चाहते थे कि उपमुख्यमंत्री उनके घर पहुंचकर बर्बादी का नजारा देखें। अनेक जगह उन्हें गुस्से का सामना करना पड़ा। फडणवीस ने संयम से सुनकर उन्हें शांत करने का भी प्रयास किया।

वीडियो बनाने से भी रोका

फडणवीस ने कौस्तुभ अपार्टमेंट, चाणक्य अपार्टमेंट सहित सचिन पुरोहित, अरुणा पुरोहित, कन्हैया कटारे, विजय होले कोलवाडकर, सुनील जाधव सहित अनेक लोगों से संवाद साधा। अंबाझरी ओवर फ्लो प्वाइंट, अंबाझरी ले-आउट, डागा ले-आउट, कार्पोरेशन कॉलोनी, शंकरनगर परिसर में निरीक्षकर नागरिकों से बात की। इस दौरान जब भाजपा का ही एक कार्यकर्ता वीडियो बनाने लगा, तो उसे पार्टी के लोगों ने ही वीडियो बनाने से मना कर दिया। वह कहते रहा कि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं, मुझे पहचानते नहीं क्या। पार्टी नेताओं ने उसे अलग ले जाकर समझाते दिखे। उपमुख्यमंत्री के साथ मनपा आयुक्त डा. अभिजीत चौधरी, जिलाधीश डा. विपिन इटनकर, पूर्व महापौर संदीप जोशी, पूर्व पार्षद रमेश शिंगारे आदि थे। लोग प्रशासन की लचर व्यवस्था को लेकर नाराज थे।

Created On :   25 Sept 2023 5:40 PM IST

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