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वैज्ञानिक दृष्टि से दूर होंगी सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र की समस्याएं - मानव
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भय व द्वेष की राजनीति को देश के लिए बड़ा संकट ठहराते हुए जाने माने विचारक प्रा. श्याम मानव ने कहा कि, स्थितियां बदलने के लिए दृष्टि बदलना होगा। उन्होंने कहा- भारतीय संविधान मनुस्मृति विरोधी है। संविधान को बदलने के लिए देश में अलग वातावरण तैयार किया जा रहा है। राजनीति में अंधश्रद्धा बढ़ने लगी है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण का स्थान नहीं रहा। वैज्ञानिक दृष्टि से ही सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र की समस्याएं दूर हो सकती हैं। सी.मो. झाड़े फाउंडेशन व श्री सत्यनारायण नुवाल गुरुकुल व्यसनमुक्ति केंद्र की ओर से डॉ. गिरीश गांधी राष्ट्रीय सामाजिक कार्य पुरस्कार 2023 वितरित किया गया। शनिवार को देशपांडे सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति को प्रदान किया गया। प्रा. मानव इस समिति के संस्थापक हैं।
अच्छे कार्यों के लिए सभी का
सहयोग जरूरी : पुरस्कार पाकर आभार व्यक्त करते हुए प्रा. मानव ने कहा कि, अच्छे कार्यों के लिए सभी का सहयोग लिया जाना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता राजनीति से जुड़े लोगों से दूर न रहें। महाराष्ट्र में जादू-टोना प्रतिबंधक कानून बनाने में राजनीतिज्ञों के योगदान का उल्लेख करते हुए प्रा. मानव ने कहा कि, राजनीति में सामाजिक दृष्टि रखने वालों की कमी नहीं है। राजनीतिक विवशता अवश्य हो सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने की। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार, शिवसेना उद्धव गुट की उपनेता सुषमा अंधारे, गांधीवादी विचारक लीलाताई चितले मंच पर उपस्थित थे।
भाभी की आवाज खुली, पर गरीबों की दब रही : सुषमा अंधारे ने कहा कि, राजनीति में अंधश्रद्धा बढ़ रही है। भक्त व अनुयायी में अंतर होता है। आरक्षण को लेकर भी अंधश्रद्धा है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा- भाभी की आवाज खुली है। अच्छी है, लेकिन गरीबों की आवाज दब रही है। भाजपा के सत्ताकाल में हिंदू को खतरे में बताया जा रहा है। समान नागरिकता की भूमिका डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने रखी थी। अब समान नागरिकता को धर्म का आधार दिया जा रहा है। समस्याओं व चर्चा को लेकर प्राथमिकताएं बदल गई हैं। सांसद नवनीत राणा का उल्लेख करत हुए अंधारे ने यह भी कहा कि- भक्तों का धर्म केवल स्वार्थ तक सीमित रहता है।
राजनीति छोड़ने की चाह :विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, कुछ वर्षों में राजनीति में जो कुछ चल रहा है उससे लगता है कि, राजनीति ही छोड़ दें। इससे अलिप्त हो जाएं। राजनीतिज्ञों पर भरोसा नहीं रहा। मुंह छिपाकर मत मांगने की स्थिति है। सत्ता का विरोध करना जोखिम भरा हो गया है। मुझे तो यह भी लगने लगा है कि, अनिल देशमुख के बाद जेल जाने के लिए मेरा नंबर लग सकता है।
देव कृपा से जीवित हूं : पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जेल जाने के घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कहा- राजनीति का स्वरूप बदल गया है। केवल तोड़फोड़ की राजनीति चल रही है। जेल जाने के घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा- मुझे भरोसा नहीं था कि, मैं जीवित रह पाऊंगा। देव कृपा से ही जीवित हूं।
Created On :   10 Sept 2023 8:04 PM IST