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Nagpur News: उपराजधानी के प्रो. राकेश कृपलानी रक्षा मंत्रालय में विषय विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त

- प्रो. कृपलानी की भूमिका और जिम्मेदारियां बढ़ी
- कृपलानी रक्षा मंत्रालय में विषय विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त हुए
- रक्षा तैयारियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे
Nagpur News. साइबर मनोविज्ञान के प्रसिद्ध विशेषज्ञ प्रो. राकेश कृपलानी को संयुक्त युद्ध अध्ययन केंद्र (CENJOWS) में विषय विशेषज्ञ (SME) के रूप में नियुक्त किया गया है। जो भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है। यह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक प्रमुख थिंक टैंक है, जो संयुक्त युद्ध में रणनीतिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है। यह संगठन सशस्त्र बलों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और साइबर खतरों सहित आधुनिक युद्ध चुनौतियों का समाधान कर रक्षा तैयारियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। CENJOWS सरकारी परियोजनाओं, उद्योगों के साथ बातचीत, सेमिनार, वेबिनार और इंटर्न की ट्रेनिंग जैसे प्रभावशाली कार्यों को संचालित करता है। जिससे यह भारत के रणनीतिक ढांचे का एक आधार बन गया है।
प्रो. कृपलानी की भूमिका और जिम्मेदारियां
साइबर मनोविज्ञान में SME के रूप में प्रो. कृपलानी कई गतिविधियों में अपनी विशेषज्ञता का योगदान देंगे। उनकी भूमिका दिल्ली-एनसीआर और उसके बाहर व्याख्यान देना, गोलमेज चर्चाओं, सेमिनारों, वेबिनारों और उपकरण प्रदर्शनियों में भाग लेने के अलावा किताबें लिखना शामिल है। वे इंटर्न को प्रशिक्षण देंगे। जिससे भारत की रक्षा रणनीतियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। नागपुर के निवासी प्रो. कृपलानी का विभिन्न सरकारी निकायों के साथ सहयोग का एक शानदार इतिहास रहा है, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा और विशेषज्ञता को दर्शाता है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय परिषद फॉर एलाइड हेल्थ प्रोफेशनल्स (NCAHP) के प्रमुख सदस्य के रूप में कार्य किया है।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (Rashtriya Raksha University) में बाह्य संसाधन संकाय (ERF) के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा शिक्षा में योगदान दिया है। इसके अतिरिक्त, प्रो. कृपलानी ने शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) में विशेषज्ञ सदस्य के रूप में कार्य किया है, जहां उन्होंने छात्रों के बीच साइबर सुरक्षा जागरूकता का आकलन करने के लिए एक स्केल विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। साथ ही शैक्षिक ढांचे को आकार दिया।
गृह मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के साथ उनके व्यापक कार्य ने डिजिटल प्रौद्योगिकी के मनोवैज्ञानिक प्रभावों, विशेष रूप से साइबर सुरक्षा पर केंद्रित किया है। साइबर मनोविज्ञान में प्रो. कृपलानी के अग्रणी योगदान ने साइबर सुरक्षा ढांचे विकसित करने और सरकारी अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे वे राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में डिजिटल संदर्भों में मानव व्यवहार को समझने में अग्रणी विशेषज्ञ बन गए हैं।
Created On : 5 Jun 2025 7:56 PM IST