- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- एनएमसी की सख्ती, अब सरकारी...
Nagpur News: एनएमसी की सख्ती, अब सरकारी अस्पतालों में शुरू होगी डिजिटल सेवा
- राज्यभर में तैयारी आरंभ
- मेयो-मेडिकल में काम होगा आसान
Nagpur News एनएमसी (नेशनल मेडिकल काउंसिल) ने सभी सरकारी मेडिकल अस्पतालों को डिजिटल सेवा शुरू करने की सख्ती कर दी है। अब सभी अस्पतालों में एचएमआईएस (हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम) शुरू होने वाले हैं। सरकारी अस्पतालों में आयुर्वेदिक कॉलेजों को भी शामिल किया गया है। अक्टूबर से सभी सरकारी मेडिकल अस्पताल डिजिटल हो जाएंगे। एचएमआईएस शुरू होते ही डॉक्टरों व मरीजों का समय बचेगा। मरीज का एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद दूसरी बार एक क्लिक पर मरीज की पुरानी हिस्ट्री कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखेगी। वहीं, एक्स-रे समेत अन्य सभी जरूरी रिपोर्ट के लिए मोबाइल की जरूरत नहीं होगी।
संबंधित डॉक्टरोें के कक्ष में स्क्रीन पर ही रिपोर्ट दिखेगी। सिस्टम लागू होने के बाद मरीज का सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्रेशन होगा। मरीज को एक यूनिक आईडी दी जाएगी। डॉक्टर से परामर्श करते समय मरीज की स्वास्थ्य हिस्ट्री और दवाएं सिस्टम में ही फीड कर दी जाएंगी। एक तरह से मरीजों का डेटा बैंक तैयार होगा, जिसे किसी भी सरकारी अस्पताल में एक क्लिक पर देखा जा सकेगा।
सरकारी एजेंसी को मिली जिम्मेदारी : चिकित्सा शिक्षा विभाग ने जुलाई 2023 में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में एचएमआईएस शुरू करने के लिए सूचना दी थी। इसके लिए सरकार की मंजूरी मिल गई थी। सरकारी ने इसके लिए 269 करोड़ की निधि मंजूर की है। सूत्रों ने बताया कि, उस समय यह काम किसी निजी कंपनी को दिया जाने वाला था। इस पर सहमति नहीं बनने से इसे शुरू नहीं किया गया। अब एनएमसी ने सख्ती कर दी है, इसलिए एचएमआईएस शुरू करना अनिवार्य हो गया है। इस बार एचएमआईएस की जिम्मेदारी सरकारी एजेंसी एनआईसी को दी गई है। राज्यभर के सभी सरकारी अस्पतालों समेत अन्य कुछ संस्थानो को मिलाकर कुल 52 स्थानों पर एक साथ सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जरूरी हार्डवेयर, मल्टीफंक्शन प्रिंटर और बारकोड स्कैनर लगाने का काम किया गया है।
अक्टूबर से शुरू होगी सेवा : इस सुविधा को अबाधित रखने जरूरी इंटरनेट सुविधा शुरू कर दी गई है। जुलाई अंत तक काम पूरा होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। सिस्टम के लागू होने के बाद मरीज का सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्रेशन होगा। मरीज को एक यूनिक आईडी दी जाएगी। डॉक्टर से परामर्श करते समय मरीज की स्वास्थ्य हिस्ट्री और दवाएं सिस्टम में ही फीड कर दी जाएगी। एक तरह से मरीजों का डेटा बैंक तैयार होगा। जिसे किसी भी सरकारी अस्पताल में एक क्लिक पर देखा जा सकेगा। इससे मरीज और डॉक्टर दोनों का समय बचेगा। एचएमआईएस सिस्टम से 5 मिनट में मरीज की सारी हेल्थ हिस्ट्री सामने दिखेगी। अक्टूबर से यह सेवा शुरू होगी।
Created On :   2 July 2025 1:40 PM IST