निरीक्षण: स्वास्थ्य विषय में राजनीति ठीक नहीं : आदित्य

स्वास्थ्य विषय में राजनीति ठीक नहीं : आदित्य
मेडिकल अस्पताल में हालात का मुआयना करने पहुंचे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य यंत्रणा में सुधार करना सरकार की जिम्मेदारी है। वर्तमान स्वास्थ्य यंत्रणा में सुधार नहीं किया गया तो लोगों का सरकारी अस्पतालों के प्रति विश्वास उठ जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में हुई मौत की खबरों के बाद भी वे कहीं स्थिति जानने नहीं पहुंचे, जबकि शिवसेना (यूबीटी) द्वारा हालातों का पता लगाया जा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) भी चाहे तो इस विषय पर राजनीति कर सकती है, लेकिन यह राजनीति का विषय नहीं है।

आखिर ऐसा कब तक चलता रहेगा

मेडिकल अस्पताल में हालात का मुआयना करने पहुंचे ठाकरे ने कहा कि राज्य भर के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की किल्लत है। मनुष्यबल की कमी होने से डॉक्टरों व सहायक कर्मचारियों पर काम का दबाव बना है। बावजूद इसके अधिष्ठाता, अधिकारी, विभाग प्रमुख व डॉक्टर्स समन्वय से काम कर रहे हैं। अधिष्ठाता या प्रमुखों को स्थानीय स्तर जरुरतों को पूरा करने खर्च का अधिकार बढ़ाकर देना जरूरी है। मेडिकल को पिछले साल 258 तरह की विविध दवाओं की जरुरत थी। संबंधित हॉफकिन बायोफार्मा कंपनी ने केवल 22 प्रकार की ही दवाओं की आपूर्ति की है। यहां 1030 पद रिक्त हैं। इन पदों की जिम्मेदारी दूसरे अधिकारी व कर्मचारी निभा रहे हैं।

4 खास बातें, जिस पर दिया जोर

1 नांदेड़ के शंकरराव चव्हाण सरकारी अस्पताल में सांसद हेमंत पाटील द्वारा अधिकारियों से स्वच्छता करवाने के मामले में कहा कि स्वच्छता करना अच्छी बात है, लेकिन जिस तरीके से यह काम करवाया गया है, वह गलत है।

2 डीपीडीसी से निधि प्राप्त करने की मंजूरी मिलने की प्रक्रिया में दो महीने बीत जाते हैं। मांग के हिसाब से दवाओं की नियमित आपूर्ति, समय पर प्रमोशन, रिक्त पदों पर भर्तियां होने पर समस्याओं का हल निकलेगा।

3 हर महीने सरकारी अस्पतालों के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर समस्याएं जानना जरूरी है, ताकि सुधार किया जा सके। स्थानीय पालकमंत्री भी जिम्मेदारी उठाएं।

4 सरकारी अस्पतालों में मरीजों को गंभीर हालत में लाया जाता है। निजी अस्पतालों से भी मरणासन्न अवस्था में मरीज रेफर किये जाते हैं। ऐसे मामलों की जांच की जानी चाहिए।

अधिकारियों से की चर्चा : उन्होंने पुणे व चंद्रपुर में उपचुनाव जल्दी कराने की बात करते हुए कहा कि वहां की समस्याएं रखने सांसद नहीं है। इस अवसर पर प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. देवेंद्र माहोरे, उपअधिष्ठाता डॉ. उदय नार्लावार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शरद कुचेवार समेत अन्य अधिकारियों से चर्चा की।

Created On :   10 Oct 2023 6:32 AM GMT

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