हड़कंप - तलब करते ही बोमा सहित 20 क्रिकेट बुकी भूमिगत

हड़कंप - तलब करते ही बोमा सहित 20 क्रिकेट बुकी भूमिगत
  • युवा बुकियों की मौत की गुत्थी सुलझेगी
  • बोमा सहित 20 क्रिकेट बुकी भूमिगत
  • बुकी के रिश्तेदार के पास बंदूक का लाइसेंस

डिजिटल डेस्क, नागपुर.कलमना के चिखली चौक स्थित रिवाज लॉन में पुलिस की छापेमारी के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। सूत्रों के अनुसार इस कार्रवाई के बाद क्राइम ब्रांच ने क्रिकेट बुकी आशीष कुबड़े उर्फ बोमा और उसके साथियों को तलब किया था, लेकिन बोमा व उसका कोई साथी नहीं पहुंचा। बोमा और उसके साथी भूमिगत होने पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैैं। गौरतलब है कि, रिवाज लॉन में बोमा के जन्मदिन की पार्टी में बुकी बबलू, मुकेश, जैन, भावेश, श्रीमानकर, पंकज, इंदू, चिंटू, जैन, अग्रवाल, जुनेजा, जग्गू, केसवानी, सुमित, मोतियानी, बबलू, भुर्या, चीटू , चुग, परेश, सदानी सहित 20 से अधिक क्रिकेट बुकियों को क्राइम ब्रांच में बुलाए जाने की भनक लगते ही सभी भूमिगत हो गए है। पहले इन्हाेंने अपने बचाव के लिए रास्ता तलाशने का प्रयास किया, लेकिन जब कोई रास्ता नहीं दिखा, तो भूमिगत हो गए। इनके भूमिगत होने की खबर लगते ही क्राइम ब्रांच ने अपने स्तर पर इनकी खाेजबीन शुरू कर दी है।

जांच हुई, तो अधिकारी-कर्मचारियों पर आ सकती हैं आंच : इन बुकियों की भूमिका को लेकर एक बार फिर क्राइम ब्रांच के आला अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, बोमा और उससे जुड़े जिन बुकियों के खिलाफ कलमना थाने में कार्रवाई की गई थी, उन्हें तलब किया गया था। वे अपनी भूमिका रखने क्यों नहीं आए, इसे लेकर आला अफसरों का मंथन शुरू होने की जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी है। कुछ क्रिकेट बुकियों के नाम की सूची क्राइम यूनिट के एक अधिकारी को जांच के लिए दी गई थी। उस अधिकारी ने बुकियों को पूछताछ के लिए बुलाया। इसके बाद उसने कुछ संदिग्ध पुलिसवालों के बारे में छानबीन की। इस जांच का क्या हुआ, इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों के पास अब शिकायत पहुंची है कि, उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। अगर इस जांच को वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीरता से लिया, तो कुछ पुलिस अधिकारी- कर्मचारी जांच की आंच से बच नहीं सकेंगे।

एक बुकी हत्याकांड में भी शामिल है : इन बुकियों में चीटू चुग का नाम हुड़केश्वर क्षेत्र के अपराधी विजू मोहोड़ की हत्याकांड में सामने आ चुका है। उक्त क्रिकेट बुकियों में कुछ के नाम शहर में आईपीएल सट्टे को लेकर आत्महत्या करने वाले युवा क्रिकेट बुकियों के नाम सामने आने पर उन्हें क्राइम ब्रांच ने नोटिस जारी कर बयान के िलए बुलाया था, लेकिन कई बुकी बयान देने के पहले ही भूमिगत होने से उनकी भूमिका संदेह के घेरे में आ गई। इन बुकियों के हिमायती पुलिसकर्मी अंतुलवारे, अनिल, जैन, देशमुख सहित अन्य की भूमिका गुप्त तरीके से जांची जा रही है।

युवा बुकियों की मौत की गुत्थी सुलझेगी

सूत्रों के अनुसार हाल ही में लकड़गंज में युवा क्रिकेट बुकी खितेन वाधवानी की मौत कई सवाल अनसुलझे छोड़ दिए हैं। खितेन के अंतिम संस्कार के दिन उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। इस घटना ने सभी को काफी विचलित कर दिया था। जरीपटका का एक बुकी करीब 3 माह से गायब है। उसके बारे में कुछ भी पता नहीं लग पाया है। सूत्रों के अनुसार शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बुकियों की मौत की अनसुलझी गुत्थी को लेकर एक बार फिर गंभीर हो गए हैं। हितेन की मौत को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रोगेस रिपोर्ट मांगने की तैयारी हो रही है। इसी तरह बुकी बोमा का कहीं उक्त क्रिकेट बुकियों की मौत के पीछे कोई हाथ तो नहीं है, इस बारे में अब क्राइम ब्रांच के अंदरुनी छानबीन शुरू कर दी है।

चार माह पहले की कार्रवाई का ब्योरा जुटा रही पुलिस : सूत्रों के अनुसार करीब 4 माह पहले भी पुलिस ने क्रिकेट सट्टा अड्डे पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में मुकेश, बबलू, बोमा, चीटू आदि का नाम चर्चा में आने के बाद पुलिस ने इनकी भूमिका की जांच की जिम्मेदारी क्राइम यूनिट को दी थी। इन लोगों का रात के समय निकालस मंदिर के पास जमघट लगता था, लेकिन बोमा की पार्टी के बाद अब बोमा सहित उसके साथी गायब हो गए हैं।

बुकी के रिश्तेदार के पास बंदूक का लाइसेंस : सूत्रों के अनुसार शहर पुलिस विभाग में कार्यरत कुछ पुलिसकर्मियों के पास बंदूक के लाइसेंस हैं, इसमें से एक बुकी का रिश्तेदार है। बुकी के इस रिश्तेदार को आखिर पुलिस विभाग में रहने के बाद भी बंदूक के लाइसेंस की जरूरत क्यों आ पड़ी। इस दिशा में वरिष्ठ अधिकारी जांच के आदेश दे सकते हैं। कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली एनसी के आधार पर लाइसेंस मिलने की चर्चा इन दिनों पुलिस महकमे में जोरों पर है।

Created On :   30 July 2023 6:04 PM IST

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