Nagpur News: ताड़ोबा में पर्यटकों की तरह सैर कर लौटे हाथी , सप्ताहभर मेहमान बनकर रहे

ताड़ोबा में पर्यटकों की तरह सैर कर लौटे हाथी , सप्ताहभर मेहमान बनकर रहे
  • 30 मई को चंद्रपुर के जंगल में पहुंचे थे
  • वापस गड़चिरोली के लिए निकला झुंड

Nagpur News विदर्भ के चंद्रपुर ताडोबा जंगल में दो हाथी पहुंचे थें। जिसके बाद वन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया था। हाथियों पर विशेष नजर रखी जा रही थी। लेकिन एक सप्ताहभर जंगल भ्रमण कर हाथी पर्यटकों की तरह वापस लौट गए हैं। जिसके बाद वन विभाग ने भी राहत की सांस ली है।

जानकारी के अनुसार विदर्भ के ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में उस समय हलचल मच गई, जब 30 मई को दो विशालकाय हाथियों ने उमा नदी को पार कर कुकधेटी गांव में प्रवेश किया। ये जंगल के मेहमान न केवल जंगल की सैर पर निकले, बल्कि नलेश्वर तालाब में मस्ती भरे अंदाज में समय बिताते भी नजर आए। हाथियों का यह रोमांचक सफर कक्ष क्रमांक 808, 270 ए, और 270 बी से होकर गुजरा, और रात होते-होते उनके पैरों के निशान कक्ष संख्या 319 की ओर कोर क्षेत्र की दिशा में बढ़ते दिखाई दिए। इन जंगली मेहमानों की गतिविधियों ने वन विभाग को सतर्क कर दिया है, और स्थानीय ग्रामीणों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी। इसके अलावा वन विभाग ने एक टीम को भी इन हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रखा था। लेकिन गनीमत है, कि हाथियों ने बिना कोई नुकसान कर ताडोबा की सैर कर वापसी कर ली है।

पर्यटन पर प्रभाव : हाथियों के कोर क्षेत्र में प्रवेश से ताडोबा में पर्यटन पर संकट की आशंका जताई गई थी, क्योंकि यह क्षेत्र टाइगर सफारी और वन्यजीव पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। हाथियों की उपस्थिति से पर्यटकों की सुरक्षा और सफारी संचालन में व्यवधान की संभावना बढ़ गई थी। हालांकि किसी भी सफारी के दौरान हाथियों द्वारा किसी तरह का कोई नुकसान नहीं किया गया।

कैसे होती रही मूवमेंट : दो जंगली हाथी गडचिरोली जिल्हा (महाराष्ट्र) के जंगलों से चंद्रपुर जिल्हा में प्रवेश किए। वे ताडोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के बफर क्षेत्र से होते हुए कोर क्षेत्र की ओर बढ़े।

ये हाथी 30 मई 2025 के आसपास ताडोबा के बफर परिसर में देखे गए थे। बाद में, जून की शुरुआत तक, वे कोर क्षेत्र में डोनी गाव के निकट घनदाट जंगल में पहुंचे।


Created On :   7 Jun 2025 7:15 PM IST

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