जांच: ठंडे बस्ते में ग्रीन जिम भ्रष्टाचार की जांच

ठंडे बस्ते में ग्रीन जिम भ्रष्टाचार की जांच
अभी तक जांच कमेटी गठित नहीं हुई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण क्षेत्र में लगाए गए ग्रीन जिम की खरीदी में भ्रष्टाचार की जांच ठंडे बस्ते में पड़ गई है। अक्टूबर महीने की जिप आमसभा में अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे ने जांच कमेटी गठित करने के आदेश दिए थे। आमसभा को एक महीना हो गया। अभी तक जांच कमेटी गठित नहीं हुई। आमसभा में कांग्रेस सदस्य दिनेश ढोले ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। आमसभा ने आदेश देकर भी कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने अध्यक्ष, सीईओ और जिलाधिकारी को पत्र दिए, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जांच की आंच में बड़ी हस्तियां फंसने के डर से उसे ठंडे बस्ते में डाले जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

13 करोड़ रुपए खर्च : जिला खनिज प्रतिष्ठान निधि से 13 करोड़ रुपए खर्च कर 203 ग्रीन जिम लगाए गए। जिस ग्राम पंचायत क्षेत्र में ग्रीन जिम लगाए गए, वहां के सरपंच, जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों को विश्वास में नहीं लिया गया। जिप सदस्य दिनेश ढोले ने बताया कि ठेकेदार अपनी मर्जी से जहां जगह मिली, वहां ग्रीन जिम सामग्री लगाकर चल दिया। उचित जगह ग्रीन जिम नहीं लगाए जाने से नागरिकों काे उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। सरकार की तिजोरी से किया गया करोड़ों रुपए खर्च व्यर्थ चला गया।

ज्यादा दाम मेें खरीदी : ढोले का आरोप है कि ग्रीन जिम सामग्री ज्यादा दाम में खरीदी गई है। जो सामग्री लगाई गई, उसका बाजार मूल्य ढाई लाख रुपए से ज्यादा नहीं है। वहीं सामग्री साढ़े छह लाख रुपए में खरीदी गई है। खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर ठेकेदार को बिल भुगतान रोक दिया गया है।

Created On :   16 Nov 2023 7:28 AM GMT

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