प्रोग्राम: बच्चों ने सीखे खुश रहने के गुर

बच्चों ने सीखे खुश रहने के गुर
दिवाली पर संगीतमय कार्यक्रम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अच्छी शिक्षा से अच्छा ज्ञान और अच्छे विचार मिलते हैं। विचार बहुत ही अनमोल होते हैं और यह खजाना यहां पर बाल कलाकारों के रूप में उनकी संगीतमय प्रस्तुति के दौरान नजर आ रहा है। संगीत एक औषधि का भी स्वरूप है, जिससे मन स्वस्थ, उत्तम रहता है और स्वास्थ अच्छा बना रहता है। यह विचार डॉक्टर संजीव चौहान ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं के लिए लोकप्रिय उपक्रम ‘उभरते सितारे' अंतर्गत संगीतमय कार्यक्रम ‘स्वास्थ्य ही संपदा' उत्कर्ष हॉल में आयोजित किया गया। जिसमें अतिथि के रूप में डॉ. चौहान उपस्थित थे। इनका सत्कार संयोजक युवराज चौधरी ने स्वागत वस्त्र और स्मृति चिह्न भेंट कर किया।

सबका मन मोहा

कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए युवराज चौधरी ने ‘स्वास्थ्य ही संपदा' विषय पर बच्चों और उनके अभिभावकों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमेशा खुश रहने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। कुछ बच्चों ने भी इस विषय पर प्रकाश डालते हुए सुंदर गीतों और नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। संपूर्णा रे मंडल ने स्वास्थ्य पर कविता सुनाई। आर्या संदीप भोंगाडे ने हास्य-व्यंग्य प्रस्तुत कर सबको हंसाया। मृणाल तेलरांधे, राम बागल, भव्या अरोरा ने गीतों से सबका मन मोह लिया। आराध्या मोहतुरे, संपूर्णा रे मंडल, विधि जौंजाड और यशस्वी गोवारदिपे ने नृत्य प्रस्तुत किया। डॉ. शालिनी तेलरांधे, बाबा खान, मोनिका रे मंडल, अलका रुंगटा, वेद प्रकाश अरोरा, देव स्मिता मानस पटनायक, प्रीति बागल, वैशाली मदारे आदि ने सराहना की। कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर ने सहयोग दिया। संचालन के साथ ही उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।

Created On :   14 Nov 2023 9:40 AM GMT

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